
एक पुलिस अफसर ने बताया कि हिंदुओं के घरों में आग लगाने के बाद आरोपी वहां से भाग निकले। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, मंदिरों पर हमले के बाद कई हिंदू परिवारों के घर छोड़कर जाने की खबरें हैं। शुक्रवार के बाद से इलाके में तनाव है। इससे पहले, 30 अक्टूबर यानी ठीक दिवाली के दिन भी इसी इलाके में हिंदुओं पर हमला हुआ था। उस मामले में पुलिस ने 33 लोगों को हिरासत में लिया है।
एसपी मिजानुर रहमान ने बताया कि हिंदुओं पर हमले की पिछली दोनों घटनाओं के बाद 44 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। ढाका के शाहबाग चौक में कई हिंदुओं ने शनिवार को रैली निकाली और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। रैली में शामिल हुए हिंदुओं की संख्या इतनी ज्यादा थी कि शाहबाग इलाके में ट्रैफिक डेढ़ घंटे तक थमा रहा। प्रदर्शनकारियों ने सत्तारूढ़ अवामी लीग के ज्वाइंट जनरल सेक्रेटरी महबुल अलम हनीफ को कार से बाहर निकलने को मजबूर कर दिया। हिंदुओं के सपोर्ट में कई राजनीतिक दलों और संगठनों ने भी नेशनल प्रेस क्लब के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि नरसिनगर में हिंदुओं पर हुए हमलों को बढ़ाचढ़ाकर पेश करने का जर्नलिस्टों पर आरोप लगाने वाले एक मंत्री को भी बर्खास्त किया जाए।