
पाकिस्तानी टीवी चैनल जियो न्यूज के मुताबिक, ब्लास्ट में 110 लोग घायल भी हुए हैं। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है क्योंकि घायलों में से ज्यादातर की हालत गंभीर बताई गई है। धमाके के वक्त दरगाह में सूफी संगीत का प्रोग्राम ‘धमाल’ चल रहा था। शाह नूरानी दरगाह बलूचिस्तान प्रांत के लासवेला जिले में हैं। घायलों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। इस दरगाह का मैनेजमेंट वहां का सामाजिक संगठन ईधी फाउंडेशन संभालता है।
बताया जाता है कि धमाके के वक्त वहां करीब एक हजार लोग मौजूद थे। घायलों में काफी तादाद महिलाओं और बच्चों की भी है। दिक्कत की बात ये है कि दरगाह से सबसे करीबी हॉस्पिटल भी 150 किलोमीटर दूर है। यह दरगाह करीब 500 साल पुरानी बताई जाती है। बलूचिस्तान के होम मिनिस्टर सरफराज बुगती के मुताबिक, सरकार अभी सिर्फ घायलों को बचाने पर फोकस कर रही है।
इलाके के तहसीलदार जावेद इकबाल ने कहा- 45 लोग मारे गए हैं। 110 से ज्यादा घायल हैं। ज्यादातर की हालत गंभीर है। हर रोज सूरज ढलने के वक्त यहां सूफी संगीत का प्रोग्राम ‘धमाल’ होता है। इस दौरान देश भर से हजारों लोग यहां आते हैं। अब तक किसी गुट ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
सिक्युरिटी फोर्सेस ने ब्लास्ट के बाद दरगाह को घेर लिया। दरगाह पहाड़ी इलाके में है, यहां इमरजेंसी सर्विसेज को पहुंचने में काफी मुश्किल होती है। पीएम नवाज शरीफ और तहरीए-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान ने घटना पर अफसोस जाहिर किया है। ज्यादातर घायलों को कराची के हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। ( पढ़ते रहिए bhopal samachar हमें ट्विटर और फ़ेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)