सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। आखिरकर जिला प्रशासन ने शासकीय चिकित्सक अशोक लिल्हारे के निजी आवास में नियम विरुद्ध संचालित हो रहे नर्सिंग होम को सीलबंद कर दिया। यह कार्रवाई आज 7 अक्टूबर को बालाघाट एसडीएम कामेश्वर चौबे, तहसीलदार,कोतवाली पुलिस की सयुंक्त टीम ने की इस दौरान डॉक्टर लिल्हारे अपने आवास पर मौजूद नहीं थे।
जानकारी के अनुसार जिला चिकित्सालय के तत्कालीन सिविल सर्जन व वर्तमान में पदस्थ चिकित्सक अशोक लिल्हारे द्वारा अपने आवास में निजी नर्सिंग होम संचालन किये जाने की शिकायत जिला प्रशासन से हुई थी। जिस पर कलेक्टर भरत यादव ने जिला चिकित्सालय बालाघाट के मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉ. अशोक लिल्हारे के निजी निवास में नियम विरूद्ध संचालित नर्सिंग होम को तत्काल सीलबंद करने के आदेश दिये थे। निजी निवास पर संचालित नर्सिंग होम को सील बंद करने के लिए दल का गठन किया गया था। जिन्हे नर्सिंग होम को सीलबंद करने के लिये निर्देशित किया गया था। जिसके परिपालन में यह कार्रवाई की गई।
उल्लेखनीय हैं कि इस दल ने पिछले दिनों ही जांच के दौरान डॉ. लिल्हारे के निजी निवास पर मरीजों से चर्चा की और मौके पर पाये गये तथ्यों के आधार पर पाया कि वहां पर नर्सिंग होम का संचालन किया जा रहा है। जांच के प्रतिवेदन पर कार्यवाही करते हुए कलेक्टर ने डॉ. लिल्हारे के निजी निवास पर संचालित नर्सिंग होम को तत्काल सील बंद करने के आदेश दिये थे। नर्सिंग होम को सील बंद करने के लिए बालाघाट एसडीएम कामेश्वर चौबे के नेतृत्व में तहसीलदार एस आर वर्मा एवं कोतवाली थाना प्रभारी अभिषेक गौतम के दल का गठन किया गया था। सीलबंद करने की कार्यवाही डॉक्टर लिल्हारे जिस कक्ष में बैठते हैं उसके निकट मुख्य प्रवेश द्वार पर की गई हैं। एसडीएम ने कहा कि प्रशासन के निर्देश पर यह कार्यवाही की गई हैं।