
वरवड़े बोले- बिना अनुमति तहसीलदार गायब कैसे हुए। सारे विभागों के अफसर आए हैं तो तहसीलदार क्यों गायब हैं। कलेक्टर ने एसडीएम से सख्त लहजे में कहा- अगर आपको कलेक्टरी करना है तो आप ही समीक्षा कर लो। फिर मेरा यहां पर क्या काम है...। वो तो शुक्र मनाइए कि एसडीएम श्वेता पंवार चुप रहीं। यदि वो अपनी लाइन आगे बढ़ा देतीं तो एक बड़ा प्रशासनिक बवंडर उठ सकता था।
सोमवार को कलेक्टोरेट में टीएल समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें तहसीलदार नहीं पहुंचे। इसको लेकर कलेक्टर ने एसडीएम से सवाल किए। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्प लाइन में प्राप्त शिकायतों एवं जाति प्रमाण पत्र का प्राथमिकता निराकरण करें। जाति प्रमाण पत्र में पीछे रहने पर एसडीएम बैरागढ़ और अन्य अफसरों पर नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर ने ताकीद की कि, अगली बार से जो अफसर मीटिंग से बिना अनुमति गायब होंगे। उसको नोटिस जारी किया जाएगा।