भोपाल। मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, इन दिनों दिग्विजय सिंह के टंटे में उलझ गईं हैं। भोपाल कोर्ट में दिग्विजय सिंह ने मानहानि का मुकदमा ठोक रखा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुंदरलाल पटवा और विक्रम वर्मा तो दिग्विजय सिंह की शर्त मानकर बाहर निकल आए, भारती अब भी उलझी हुईं हैं। दिग्विजय सिंह ने शर्त रखी है कि वो सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। उमा भारती ने इससे इंकार कर दिया, लेकिन खाली इंकार नहीं किया। इसके साथ काफी कुछ जोड़ भी दिया। पिछले दिनों उन्होंने इसी मामले में बयान दिया था कि 'सरकार का मजा तो कोई और ले रहा है, मैं तो सजा भुगत रही हूं'। आज फिर उमा भारती ने अपने निवास पर पत्रकारों से बात की। इससे पहले कि उनके बवाल मचाने वाला बयान मीडिया में प्रसारित हो, भाजपा के मीडिया सेंटर ने पहले से ही एक प्रेसनोट जारी कर दिया। इसमें उमा भारती का बयान लिखकर भेजा गया है। बता दें कि मध्यप्रदेश के कई मीडिया घरानों के लिए भाजपा मीडिया सेल का इशारा ही आदेश होता है। यह प्रेसनोट भी कुछ ऐसा ही आदेश है। संपादकों को इशारों में समझा दिया गया है, केवल यही बयान छापना है। उमा भारती से मिलकर आए पत्रकारों की बात मत मानना। लीजिए पढ़िए, क्या कुछ भेजा है भाजपा के मीडिया सेल ने।
केन्द्रीय मंत्री सुश्री उमा भारती का प्रेस वक्तव्य
भारत सरकार की केन्द्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास मंत्री सुश्री उमा भारती ने आज अपने निवास पर पत्रकार बंधुओं से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव श्री दिग्विजय सिंह को भाई मानती हूँ वह प्रकरण वापस ले लें तो मुझे अच्छा लगेगा किंतु मैं अपनी तरफ से माफी नहीं मागंूगी। उन्होंने कहा कि मैं माननीय कोर्ट का सम्मान करती हूँ तथा मैं सारे तथ्य कोर्ट में प्रस्तुत करूंगी। मैं तिरंगे के सम्मान पर भ्रष्टाचार पर नैतिक मूल्यों पर समझौता नहीं कर सकती।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सिंचाई एवं कृषि में चमत्कारिक प्रगति हुई है तथा वह इसमें मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान का पूरा सहयोग करूंगी। उन्होंने ललितपुर-सिंगरौली रेलवे लाईन तथा केन बेतवा लिंक के द्वारा मध्यप्रदेश की 15 लाख एकड़ जमीन सिंचित किए जाने के बारे में जानकारी दी तथा वह मध्यप्रदेश की प्रगति एवं विकास में हर तरह से सहयोग करती रहेंगी।
सुश्री उमा भारती ने कहा कि उन पर जो प्रकरण बने है वह तिरंगा फहराने, राम मंदिर आंदोलन तथा मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार के सफाया करने में कारण बने है, इसलिए वह अपने आप को अपराधी नहीं मानती हैं तथा जरूरत पड़ने पर वह बार-बार ऐसे अपराध करेंगी और गौरवान्वित होगी। उन्होंने कहा कि गंगा सफाई अभियान में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं सभी मंत्रालयों के मंत्रीगण उनका भरपूर सहयोग करते है।