
गहलोत ने यहां गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद, सिंह राज्य की राजनीति में निष्क्रिय हो गये थे।
अगर वह राज्य की राजनीति में सक्रिय बने रहते तो कांग्रेस वहां मजबूत स्थिति में होती।’ उन्होंने कहा, ‘अगर हम सांसद के रूप में निर्वाचित होते हैं, तो केंद्र में काम करते हैं। जिम्मेदारी सौंपने का काम पार्टी आलाकमान पर निर्भर करता है।’