
12 अक्टूबर को ही दशहरा के साथ-साथ मोहर्रम भी है ऐसे में एक ही दिन दोनों पर्व को कैसे शांतिपूर्ण मनाया जाए इसको लेकर प्रशासन ने बैठक बुलायी थी। बैठक में फैसला लिया गया कि अब शहर के मुसलमान हिन्दुओं के साथ मिलकर 12 अक्टूबर को दुर्गापूजा और दशहरा मनायेंगे। इसके बाद 13 तारीख को हिन्दू भी मुस्लिम भाईयों के साथ मिलकर मोहर्रम।
शहर के मोहम्मद आलम, अब्दलु गफ्फार ने बताया कि हमलोगों ने तय किया है कि 12 अक्टूबर तक दुर्गापूजा का पर्व मिल कर मनायेंगे और मूर्ति विसर्जन के बाद हिन्दुओं के साथ मिलकर मोहर्रम मनायेंगे।
अनोखी पहल करने वाले आईएएस अधिकारी और बगहा के एसडीएम धर्मेन्द्र कुमार का मानना है कि छोटे से कस्बे से निकले बडे संदेश को राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश तक पहुंचाने की जरुरत है ताकि धर्म को आड़ में लेकर माहौल खराब करने वाले तत्वों को सबक मिल सके।