इस जोड़े ने महात्मा गांधी को साक्षी मानकर की लवमैरिज

नईदिल्ली। अब तक आपने मंदिर में देवी-देवताओं को साक्षी मान कर कई बार लोगों को विवाह करते देखा होगा लेकिन बिहार में बुधवार को एक ऐसी शादी हुई जिसमें जोड़े ने भगवान और कानून की जगह बापू यानि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को साक्षी माना। इतना ही नहीं एक पुलिसकर्मी ने इस विवाह में कन्यादान भी किया। आॅनड्यूटी सरकारी कर्मचारी बाराती बन गए। 

आरा के जिला स्कूल के पास रहने वाली गुड़िया और जेल रोड निवासी सन्नी दोनों शहर के सदर अस्पताल में एनजीओ के माध्यम से सफाई कर्मचारी के तौर पर कार्यरत हैं। दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा, मिलने जुलने का दौर शुरु हुआ और फिर दोनों ने हमेशा के लिए एक होने की कसमें खाई।

जब दोनों बालिग ने शादी का फैसला किया तो परिवार वालों ने ऐतराज जताया। घरवालों की मनाही के बावजूद दोनों ने सच्चे प्रेमी-प्रेमिका की तरह वक्त का इंतजार किया और जिस सदर अस्पताल में दोनों काम करते थे उसी को शादी का मंडप बनाया। बुधवार को आरा के अस्पताल परिसर स्थित बापू के स्मारक के पास हुई यह शादी चर्चा का केंद्र रही। अस्पताल के तमाम कर्मचारी बाराती की भूमिका में थे और पूरे विधि विधान से शादी की रस्म निभाई गई।

शादी में लड़की के घरवाले तो नहीं आए लेकिन लड़के के पिता ने वहां पहुंचकर वर-वधु को आशीर्वाद दिया। लड़की का कन्यादान करने के लिए एक पुलिस वाला सामने आया और शादी में पिता की भूमिका को निभाया। इस अनोखी शादी को देखने के लिए अस्पताल में भर्ती मरीज और उनके रिश्तेदार भी खड़े रहे। लोगों ने प्रेमी जो़ड़े की शादी करवाने वाले हवलदार मंगीत राम के पहल की भी खूब सराहना की।
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