नईदिल्ली। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना प्रमुख राहिफ शरीफ में दरार की खबर देने वाले पाकिस्तानी पत्रकार सिरिल अल्मीडा को ‘‘एग्जिट कंट्रोल लिस्ट’’ में रखा गया है। इस सूची में नाम आने के बाद अल्मीडा देश छोड़कर बाहर नहीं जा सकते हैं।
कराची से प्रकाशित डॉन अखबार में असिस्टेंट एडिटर सिरिल अल्मीडा ने ट्वीट कर सरकार के इस फैसले की जानकारी दी। सिरिल अल्मीडा ने लिखा, 'मुझे सबूत बताते हुए जानकारी दी गई है कि मुझे एग्जिट कंट्रोल लिस्ट’’ में डाला गया है।'
पाकिस्तान (नियंत्रण) अध्यादेश के तहत ‘एग्जिट कंट्रोल लिस्ट' एक प्रावधान है. इस प्रावधान के जरिए पाकिस्तान सरकार अपनी सीमा का नियंत्रण करती है। इस सूची में शामिल लोगों के देश छोड़ने पर रोक रहती हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सेना के बारे में ‘मनगढ़ंत’ कहानी प्रकाशित करने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया था।
क्या है पूरा मामला
‘डॉन अखबार’ ने छह अक्तूबर को पहले पन्ने पर छपी एक खबर में सूत्रों के हवाले से कहा था कि सरकार ने सैन्य नेतृत्व को आतंकवाद के कथित समर्थन के चलते पाकिस्तान के अलग-थलग पड़ते जाने के बारे में सूचना दी है। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल राहिल शरीफ ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से उनके आवास पर मुलाकात की जिस दौरान वित्त मंत्री इशाक दार, गृह मंत्री निसार अली खान, पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ और डीजी आईएसआई लेफ्टिनेंट जनरल रिजवान अख्तर भी उपस्थित थे।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक बैठक के दौरान राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े विषय तथा पिछले हफ्ते डॉन अखबार में छपी खबर पर चर्चा हुई। बैठक में भाग लेने वालों ने डॉन अखबार में सुरक्षा मुद्दों पर मनगढ़ंत खबर प्रकाशित होने पर चिंता जताई। यह पिछले हफ्ते राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की एक बैठक में हुई चर्चा से कथित तौर पर जुड़ी हुई थी।
बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री ने इस पर गंभीर संज्ञान लिया और इसके जिम्मेदार लोगों को निर्देश दिया है कि सख्त कार्रवाई के लिए उनकी पहचान की जाए। वहीं, पाक विदेश कार्यालय ने इस खबर को सिरे से खारिज कर दिया और इसे अटकलबाजी करार दिया।