
इसके बाद उप्र के तमाम जिलों में पिस्टल की आपूर्ति की जाती थी। गिरोह का सरगना बाराबंकी का मौलाना हाफिज है जो पहले भी जेल जा चुका है। इसके अलावा प्रतापगढ़, संभल मुंगेर और खंडवा के शातिर शामिल हैं। एसटीएफ को सूचना मिली कि अवैध असलहों की खेप इलाहाबाद से दूसरे जिलों में सप्लाई की जा रही है।
जांच में जुटी एसटीएफ ने मऊआइमा थाने की पुलिस के साथ बुधवार को दो तस्करों रउफ अहमद और उसके भाई मारूफ अहमद उर्फ छोटू पुत्रगण महबूब अहमद निवासी गाबी, महुआवन लालगंज, प्रतापगढ़ को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 28 अवैध पिस्टल बरामद किया।
तस्करों के पास से प्लेटिना बाइक और दो मोबाइल फोन मिले। पकड़ा गया मौलाना रउफ मान्यता प्राप्त मदरसा जामिया अब्दुल्ला कादीपुर महुआर, प्रतापगढ़ में मुअल्लिम (अध्यापक) है। एसटीएफ के सीओ प्रवीण सिंह चौहान के मुताबिक, बरामद पिस्टल मुंगेर और खंडवा से लाकर पूरे प्रदेश में सप्लाई कर दी जाती थी।
असलहा छिपाने के लिए दोनों भाई मदरसे का इस्तेमाल करते थे। इन्हें तस्करी के धंधे में बाराबंकी का मौलाना हाफिज लाया। हाफिज कई साल तक करेली और शिवकुटी इलाके में रहा। इस गिरोह में मुंगेर का रिजवान, खंडवा का रंजीत और संभल निवासी मुस्तकीम शामिल हैं।