भोपाल। भाजपा की फायर ब्रांड नेता और मोदी सरकार में केन्द्रीय जल संसाधन, गंगा सफाई मंत्री उमा भारती ने रविवार को ग्वालियर में लोधी समाज के एक कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने नेताओं के विरोध में भीड़ के बीच से जूता और स्याही फेंकने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कही हैं। उन्होंने कहा कि हमने सरकार को सुझाव दिया था कि ऐसा कृत्य करने वालों का तो मलीदा बना देना चाहिए, फिर बाद में जो हो देखा जाएगा। 'मलीदा' शब्द से तात्पर्य हलुआ या चटनी जैसा बना देने से है।
बता दें कि पिछले कुछ समय में नेताओं की ओर जूते फैंकने की घटनाएं बढ़ीं हैं। इस तरह की घटनाओं के सबसे बड़े पीड़ित अरविंद केजरीवाल हैं परंतु मप्र में पिछले दिनों मोदी सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री पर भी स्याही फैंकी गई। मुरैना में सिंधिया की ओर भी जूता उछालने का मामला सामने आया है। देश भर क हालात पर नजर डालें तो पिछले कुछ दिनों में मोदी सरकार के मंत्रियों पर स्याही फैंकने के मामले बढ़े हैं।
ऐसे मामलों में कानून कोई कड़ी कार्रवाई नहीं कर सकता। नेता या मंत्री को ऐसा कोई विशेष दर्जा प्राप्त नहीं है जो उन्हे ऐसी किसी घटना से विशेष प्रोटेक्शन देता हो। ऐसे मामलों में अक्सर राजनीति के दवाब में विरोध करने वाले के खिलाफ कुछ इस तरह के मामले दर्ज कर लिए जाते हैं जो संगीन हों और आरोपी को ज्यादा से ज्यादा समय तक जेल में रखा जा सके।