
नए फरमान के तहत आप जिले में कोई व्हाट्स एप ग्रुप चला रहे हैं या आपका फेसबुक अकाउंट है तो उसमें आपको मधेपुरा प्रशासन को भी जोड़ना होगा। ऐसा नहीं किया तो कार्रवाई होने के साथ-साथ आप को जेल भी भेजा जा सकता है। प्रशासन के मॉनिटरिंग सेल ने इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है।
मधेपुरा डीएम ने ये फरमान विजयादशमी और मुहर्रम के दौरान बिहारीगंज में भड़की हिंसा को लेकर जारी किया है। हालांकि इस फरमान से व्हाट्स एप के पारिवारिक ग्रुप को अलग रखा गया है। इस मामले में पूछे जाने पर सरकार साफ कह रही है कि परिस्थितियों के हिसाब से मधेपुरा डीएम का ये फरमान सही है। जबकि डीएम के इस फरमान को स्थानीय लोग अजीब ही नहीं बल्कि बेतुका भी बता रहे हैं। लोगों के मुताबिक बिहारीगंज में जो कुछ भी हुआ उसका दोष डीएम सोशल मीडिया पर मढ़कर खुद और अपने मातहतों की गर्दन बचाने की कोशिश कर रहे हैं।