
जानकारी के मुताबिक डकैतों ने चौकीदार मोनू उसकी पत्नी संतोषी और संतोषी के दो भाई महेंद्र और अनिल को बंधक बना लिया। इसके बाद उन्होंने घर में घुसकर जेवरात, नकदी और एक तिजोरी उठा ली। इस दौरान आर्किटेक्ट का पालतू कुत्ता जैंगो भौकने लगा। जिसकी आवाज सुनकर नीलांश उठ गया और उसने अपने पिता लवकेश को फोन लगाया, जिस वक्त वे ट्रेन में थे।
लवकेश ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही खजराना, कनाड़िया, तेजाजी नगर, पलासिया और आजाद नगर पुलिस ने घेराबंदी कर ली। इस दौरान भाग रहे बदमाशों ने एक एसआई पर डंडे से हमला किया, जिसमें वह घायल हो गया। पुलिस एक बदमाश को पकड़ने में कामयाब रही। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
जानकारी के मुताबिक चौकीदार की पत्नी संतोषी का कहना है कि एक बदमाश ने उससे कहा था कि आप शोर मत करना, हम आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। आप हमारी बहन जैसी हो। वेशभूषा से सभी आदिवासी लग रहे थे।