
पत्रकारों से बातचीत में केशव ने कहा कि कई पत्रों के जरिए मुझे बताया गया कि कांशीराम की मौत स्वाभाविक मौत नहीं थी। उन्होंने कहा कि कांशीराम की मौत आज भी सवालों के घेरे में है, इसलिए भाजपा की मांग है कि सपा सरकार सीबीआइ जांच की संस्तुति कर सच सामने लाए।
केशव ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं। वह कांशीराम की मौत के मुद्दे को हवा देने के साथ ही इस पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी जवाबदेह बनाना चाहते हैं। बसपा और सपा पर बराबर हमलावर केशव ने भारतीय सेना की बहादुरी पर घिनौनी सियासत करने वालों को भी निशाने पर लिया है।
उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर खून की दलाली करने जैसा शब्द प्रयोग करने वाले राहुल गांधी और उनके बयान का समर्थन करने वाले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि अखिलेश सरकार पहले से ही आतंकवादियों का समर्थन करती आ रही है। इनकी चले तो आतंकियों को परमवीर चक्र दे दें। बाराबंकी में आतंक के आरोपी की मौत के बाद पुलिसकर्मियों पर दर्ज मुकदमे की याद दिलाकर केशव मौर्य ने मुख्यमंत्री को खूब खरी-खोटी सुनाई।