
क्या कहना है संबंधित पक्षों का
पूर्व राज्यमंत्री केएल अग्रवाल का कहना है कि मैं भिंड का प्रभारी मंत्री रह चुका हूं और उसी संदर्भ में बात कर रहा था, लेकिन उसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया। उधर नायब तहसीलदार मनीष जैन कहते हैं कि 30 सितंबर को पूर्व मंत्री ने उनसे फोन पर अभद्रतापूर्वक बात की थी। मेरे खिलाफ गलत आरोप भी लगाए। उधर राजस्व आयुक्त केके खरे से आरोपों को नकार दिया।
विवाद की पृष्ठभूमि
हाउसिंग बोर्ड कालोनी में गिट्टी की खदान के लिए एनओसी के लिए रिश्वत मांगने पर तहसीलदार श्री जैन को राजस्व आयुक्त केके खरे ने सस्पेंड कर दिया। अग्रसेन जयंती के समापन समारोह में आए राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता से खदान मामले को लेकर पूर्व मंत्री ने नायब तहसीलदार की शिकायत की। उसके तीन-चार दिन बाद ही निलंबन के आदेश जारी हो गए।