
अपने ब्लॉग में आशुतोष ने संदीप कुमार का बचाव करते हुए सवाल उठाए हैं कि दो बालिग लोगों का सहमति से सेक्स करना अपराध कैसे हो सकता है। उन्होंने लिखा है “वीडियो में एक महिला और पुरूष सेक्स करते दिख रहे हैं। वीडियो से साफ हो रहा है कि दोनों एक दूसरे को जानते थे। वीडियो को देख लग है कि जो भी हो रहा है एक दूसरे की सहमित से हो रहा है। अगर दो बालिग सहमति से संबंध बना रहे हैं तो इसमें अपराध क्या है? क्या इसको अखबार और टीवी में हेडलाइन बनाना सही है ? महिला ने पुलिस और कोर्ट में शिकायत नहीं की है। महिला से कोई ब्लैकमेलिंग भी नहीं हुई है। उस आदमी की पत्नी ने भी कहीं शिकायत नही की है।”
आशुतोष ने संदीप कुमार का बचाव करते हुए महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, राम मनोहर लोहिया, अटल बिहारी वाजपेयी और जॉर्ज फर्नांडीज के रिश्तों का भी उदाहरण दे डाला। आशुतोष ने लिखा, “जवाहर लाल नेहरू के कई महिलाओं के साथ कथित अफेयर की चर्चा रही लेकिन उनका राजनीतिक सफर बर्बाद नहीं हुआ।
अब सोशल मीडिया पर आशुतोष की खिंचाई शुरू हो गई है। गांधी नेहरू समर्थकों के अलावा आम लोग भी आशुतोष से पूछ रहे हैं कि क्या अपनी पत्नी के अलावा कई सारी महिलाओं से संबंध बनाना उनकी नजर में पवित्र कार्य है। यदि यह कानूनी तौर पर आपराधिक नहीं है तो क्या सामाजिक तौर पर भी नहीं है। क्या ऐसे कार्यों को सामाजिक मान्यता दे दी जानी चाहिए। क्या ऐसे चरित्रहीन लोगों पर उंगली नहीं उठानी चाहिए।