अनूपपुर में गाली देने वाले मंत्री के खिलाफ अधिकारियों का मोर्चा

राजेश शुक्ला/अनूपपुर। भरे मंच से, जनता के सामने, माइक हाथ में थामकर अधिकारियों को गालियां देने वाले शिवराज सरकार के मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे का विरोध शुरू हो गया है। कर्मचारी एवं अधिकारियों के संगठन लामबंद हो गए हैं। उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा एवं मंत्री के खिलाफ एफआईआर की मांग की। 

विगत दिवस पुष्पराजगढ प्रवास पर पहुंचे मध्यप्रदेश शासन के नागरिक एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे ने जिले के पुष्पराजगढ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत दमेहडी, खांटी, लीला, बिलासपुर के लोककल्याणकारी शिविर में ग्रामीणों की शिकायत पर अधिकारी-कर्मचारियों को असंसदीय भाषा का प्रयोग कर उन्हें सार्वजनिक मंच से फटकार लगाई। इस मामले ने अब तूल पकड लिया है। 

शनिवार को जिले के तहसील कोतमा,जैतहरी, पुष्पराजगढ, अनूपपुर के तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं अन्य विभाग के कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्षों ने तहसील कार्यालय अनूपपुर में बैठक कर मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग करते हुए रैली निकालकर महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

जनता की शिकायतों पर लगाई थी फटकार
मंत्री श्री धुर्वे जब क्षेत्र के प्रवास पर थे तो उन्हें जनता से अधिकारियों के विरूद्ध एक के बाद एक कई शिकायतें मिली तो वे आग बबूला हो गये। उन्होंने लोक कल्याण शिविर में मंच से ही राजस्व विभाग, बैंक अधिकारी, विद्युत विभाग, पंचायत के अधिकारी-कर्मचारी एवं अन्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हुए जमकर फटकार लगाई। मंत्री द्वारा अधिकारियों को फटकारे जाने पर जनता ने जमकर तालियां पीटी लेकिन शासकीय सेवक मानसिक व सार्वजनिक रूप से आहत हुए हैं।

मंत्री पर हो FIR 
नाराज कर्मचारी संगठनों ने प्रदर्शन कर कलेक्टर अजय कुमार शर्मा को सौंपे ज्ञापन में उल्लेख किया है कि खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं श्रम मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे के द्वारा सार्वजनिक मंच से राजस्व विभाग तथा अन्य विभाग के शासकीय सेवकों के विरूद्ध जो अपशब्द भाषा का प्रयोग किया गया है। उसके लिए भारतीय दण्ड संहिता के तहत एफ आई आर तत्काल दर्ज किया जावे।

मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने की मांग
मांग की गई है कि श्री धुर्वे को तत्काल मंत्रीमण्डल से बर्खास्त किया जावे एवं मंत्री जी द्वारा सार्वजनिक मंच से जिस प्रकार की भाषा का प्रयोग शासकीय सेवकों के विरूद्ध किया गया है उसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी जावे तथा वे अपनी गलती स्वीकार करें। अधिकारी-कर्मचारियों ने अपने ज्ञापन में उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग किए हैं कि भविष्य में माननीयों के द्वारा सार्वजनिक रूप से ऐसी भाषा व व्यवहार न हो ऐसे निर्देश शासन स्तर से जारी  किया जावे तथा मंत्रियों के लिए आचरण संहिता बनाया जावे।

सभी कार्यक्रमों का करेंगे बहिष्कार
चेतावनी दी गई है कि सभी मांगे 5 सितम्बर तक नहीं माने जाने व मंत्री जी के विरूद्ध समुचित कार्यवाही नहीं होने पर संयुक्त शासकीय सेवक संघ जिला प्रकोष्ठ 6 सितम्बर से माननीय मंत्रीगणों के समस्त सभाओ/सम्मेलनों/कार्यक्रमों का बहिष्कार करते हुए स्वयं को पृथक रखेगा एवं 7 सितम्बर से पूर्ण बंद का आहवान करेगा।

सभी को चाहिए सम्मान: रमेश कोल
मध्यप्रदेश राजस्व अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष तहसीलदार रमेश कोल ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि हम भले कर्मचारी हैं लेकिन नौकरी के साथ-साथ हमे भी सम्मान चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा यह ऐसा विभाग है कि २४ घंटे हम लोग पर बडी जिम्मेदारियां होती है इसके बाद भी माननीयों द्वारा अगर मॉ-बहन की गाली देकर कार्य कराया जायेगा तो उचित नहीं होगा। कार्यक्रम के दौरान मध्यप्रदेश राजस्व अधिकारी संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष  जैतहरी तहसीलदार ईश्वर प्रधान ने कहा कि यह तालिबान नहीं है कि सार्वजनिक मंच से किसी भी व्यक्ति को अपमानित कर सजा सुनाया जाये। 

जनता ने बनाया मजाक
पुष्पराजगढ तहसीलदार लक्ष्मण पटेल ने अपनी बीती बताते हुए कहा कि मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे मेरे एवं अन्य कर्मचारियों के साथ जो बदसलूकी कर मॉ-बहन की गाली दिए हैं। उससे सैकडों कर्मचारी अपमानित हुए हैं। श्री पटेल ने कहा कि मंत्री जी जब सार्वजनिक मंच से अधिकारी-कर्मचारियों को गाली-गलौज कर रहे तो आम नागरिक वहां मजाक उडा रहे थे।

कर्मचारी संघ हुए एकजुट
मध्यप्रदेश राजस्व अधिकारी संघ एवं शासकीय सेवा संयुक्त मोर्चा के उक्त मांगों में जिला प्रकोष्ठ के कई पदाधिकारीगण उपस्थित रहे जिसमें मध्यप्रदेश राजस्व अधिकारी, संघ, जिला इकाई, राजस्व निरीक्षक संघ, पटवारी संघ, विद्युत मण्डल संघ, नगरीय प्रशासन संघ, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक निर्माण विभाग संघ, मध्यप्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ, मध्यप्रदेश अध्यापक संघ एवं कोटवार संघ ने समर्थन किए।

इन्होंने दिया संभाली कमान 
अधिकारी-कर्मचारियों के बैठक के दौरान  पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष राजीव सिंह, कर्मचारी संघ, अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी, आरआई संघ के जिलाध्यक्ष संतोष चौधरी, पटवारी संघ के संभागाध्यक्ष शशिभूषण मिश्रा, नगरपालिका परिषद अनूपपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री कमला कोल, कोटवार संघ के जिलाध्यक्ष एवं सचिव संघ के जिलाध्यक्ष गरूड सिंह ने अधिकारी-कर्मचारियों के साथ हुए बदसलूकी को लेकर विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे के खिलाफ मध्यप्रदेश राजस्व अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष रमेश कोल, जीवन सिंह प्रधान, धर्मेन्द्र पटेल, कोतमा तहसीलदार सुश्री नेहा जैन, दिनेश उईके, मनीष शुक्ला, पंकज नयन तिवारी, योगेंद्र मशराम, केएल डोंगरे, बीआर सिंह, मनोज सिंह, संतोष चौधरी, विनोद सिंह, राजीव सिंह, दिनेश कुमार तिवारी, राजीव द्विवेदी, बजरंग सिंह, रामनरेश शुक्ला, महेश प्रसाद रावत, प्रेमलाल पटेल, शैलेंद्र शर्मा, आरपी चितवन, धीरेंद्र सिंह, शिव कुमार, गंगाराम, सुधीर तिवारी, रमेश कुमार सिंह, गरूड सिंह, शशिभूषण शुक्ला,  लक्ष्मण तिवारी, अनिल मिश्रा, कमला कोल, डीएन मिश्रा के साथ सैकडों अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

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