मप्र में रातों रात घर बैठा दिये गये हजार से अधिक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता

भोपाल। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के महामंत्री एवं स्वास्थ्य कर्मचारी समिति के संयोजक लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने आदेश क्रमांक 2061/3569/2016/17/मेडि-1, दिनाॅक 30.08.16 द्वारा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में कार्यरत महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एएनएम एवं महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षक एलएचव्ही की सेवा निवृत्ति की आयु 65 वर्ष से घटाकर 60 वर्ष कर दी जिसके पालन में पूरे प्रदेश में एक हजार से अधिक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एएनएम एवं महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षक एलएचव्ही को 31 अगस्त को सेवानिवृत्त कर दोपहर पश्चात कार्यमुक्त कर दिया गया है। 

सेवानिवृत्त करने से पहले कर्मचारियों को कोई सूचना नही दी गई। इतनी बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मचारियों को सेवानिवृत्त कर देने से प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवायें लडखडा जायेंगी तथा प्रदेश की गरीब जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित होना पड़ेगा। जो कर्मचारियों को सेवानिवृत्त किया गया है उनके सामने भी गम्भीर आर्थिक संकट खडा हो जायेंगा क्योंकि अभी इन कर्मचारियों के पेंषन प्रकरण एवं स्वत्वों के भुगतान हेतु कोई तैयारी नही है। कर्मचारियों को पैसा मिलने में 4-5 माह लग जायेंगे।

मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के महामंत्री एवं स्वास्थ्य कर्मचारी समिति के संयोजक लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि कल पूरे प्रदेश में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने आदेश क्रमांक 2061/3569/2016/17/मेडि-1, दिनाॅक 30.08.16 के पालन में बडे स्तर पर विभाग में कार्यरत महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एएनएम एवं महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षक एलएचव्ही को सेवा निवृत्त कर कार्यमुक्त कर दिया जिससे महिला कर्मचारियों में असंतोष है। 

उनका कहना है कि हमें कोई नोटिस आदि नही दिया गया है साथ ही सेवा निवृत्ति पर मिलने वाले स्वतवों के भुगतान की भी कोई व्यवस्था नही की गई है जिससे उनके सामने गम्भीर आर्थिक संकट खडा हो जायेंगा। कई महिला कर्मचारियों ने सरकार के नारी सषक्तिकरण के नारे को खोखला निरूपित किया। 

मध्यप्रदेष तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के महामंत्री एवं स्वास्थ्य कर्मचारी समिति के संयोजक लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ए.एन.एम. एवं महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षक एल.एच.व्ही. ग्रामीण स्वास्थ्य सेवायें की रीढ की हडडी है । बिना वैकलपिक व्यवस्था के इतनी बड़ी संख्या में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ए.एन.एम. एवं महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षक एल.एच.व्ही. को सेवा निवृत्त कर देने से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवायें पर प्रतिकूल असर पड़ेगा और हजारों ग्रामीण जनता स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हो जायेंगी । लक्ष्मीनारायण शर्मा ने कहा कि पहले सरकार ने वादा किया था कि केवल शारिरिक रूप से असक्षम मैदानी कार्यकर्ताओं को ही सेवा निवृत्त किया जायेंगा परन्तु सरकार अपने वादे से मुकर गई तथा तुगलकी फरमान जारी कर इतनी बडी संख्या में महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों को सेवा निवृत्त किया गया है । 

मध्यप्रदेष तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारी सर्वश्री अरूण द्विवेदी, लक्ष्मीनारायण शर्मा,ओ.पी. कटियार, विजय मिश्रा, डा. सुरेष गर्ग, प्रमोद उपाध्यय,उमाकांत तिवारी, मोहन अययर,विजय रघुवंषी, रविकांत बरोलिया, अजय जैसवाल आदि ने शासन से मांग की है कि भर्ती नियमों में संषोधन कर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ए.एन.एम. एवं महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षक एल.एच.व्ही. को नर्सिंग संवर्ग में र्दषाया जायें तथा नर्सिंग संवर्ग में कार्यरत कर्मचारियों के समान ही इनकी सेवा निवृत्ति आयु 65 वर्ष की जायें । यदि शारिरीक आधार पर सेवा निवृत्त किया जाना है तो सभी नर्सिंग संवर्ग के कर्मचारी जिनकी सेवा निवृत्ति आयु 65 वर्ष है का शारीरिक परीक्षण प्रति वर्ष किया जायें और उस आधार पर अनफिट होने पर सेवानिवृत्त किया जायें । 

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