भोपाल। यूं तो देश भर में तांत्रिकों को देखने का नजरिया ही कुछ और है, लेकिन अब मप्र में डिग्री होल्डर तांत्रिक तैयार किए जाएंगे। यहां का सांची विश्वविद्यालय अगले शिक्षण सत्र से तंत्र शास्त्र पर पाठ्यक्रम शुरू करेगा। इसके लिए एक विभाग बनाया जाएगा। बुधवार को हुई विवि की कार्य परिषद बैठक में यह निर्णय लिया गया।
कार्यपरिषद में प्राचीन भारतीय विज्ञान, भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व शिक्षा केंद्र तथा नीति और समन्वय अध्ययन के लिए भी एक केंद्र स्थापित किए जाने पर सहमति बनी है। बैठक में विवि के कुलपति यज्ञनेश्वर शास्त्री, भारतीय दर्शन अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष सिद्घेश्वर भट्ट, प्रोफेसर सागरमल जैन, कुलसचिव राजेश गुप्ता सहित अन्य मौजूद थे।
परिषद की बैठक में तय हुआ है कि विवि आधुनिक तरीके से भारतीय दर्शन को दोबारा संकलित करने की परियोजना शुरू करेगा। इस परियोजना के लिए दर्शन पर आधारित कार्यशालाएं होंगी। इनमें विशेष रुचि रखने वालों की एक समिति बनाई जाएगी। यह समिति दर्शन को दोबारा संकलित करेगी। विवि के कुलपति यज्ञनेश्वर शास्त्री की देखरेख में यह समिति काम करेगी। इस परियोजना के लिए विवि भारतीय दर्शन अनुसंधान परिषद, भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद व यूजीसी को प्रस्ताव भेजेगा।