
गोलीपुरा निवासी चक्रपान आदिवासी, रामदास आदिवासी के अनुसार गांव में पिछले एक माह से बीमारी की चपेट में हैं। लोग उल्टी दस्त, बुखार सहित दूसरी बीमारियों का शिकार बने हुए हैं। इस कारण से पिछले एक माह के भीतर गांव के अमर पुत्र कल्ली उम्र 3 साल, गुडिया पुत्री कल्ली 1 साल, ज्योति पुत्री रामदास उम्र 3 साल, पप्पू पुत्र केसव उम्र 3 साल, गुडिया पुत्री रामनाथ उम्र 4 साल, पप्पू पुत्र विनोद उम्र 1 साल, गुडिया पुत्री सूरज उम्र 1 साल सभी आदिवासी सहित 17 लोगों की मौत हुई है। इन लोगों ने अस्पताल पहुंचे कलेक्टर पीएल सोलंकी को भी इतने लोगों की मौत हो जाने की बात बताई है। जिसके बाद कलेक्टर द्वारा गांव के पानी की जांच कराए जाने के निर्देश पीएचई विभाग के अधिकारियों को दिए हैं।
ग्रामीणों की माने तो गांव में हैजा का यह प्रभाव बीती रात को और बढ गया तथा गांव के ज्यादातर लोग बीमारी की जद में आ गए। 8 बच्चों सहित दो महिलाओं सुमन पुत्री दिनेश आदिवासी उम्र 9 साल, सौना पुत्री दिनेश आदिवासी उम्र 1साल 6 माह, नंदिनी पुत्री दिनेश आदिवासी उम्र 6 साल, सुहाना पुत्री दिनेश आदिवासी उम्र 4 साल, गौरव पुत्र रामदास 1 साल, हसीना पत्नी रामदास आदिवासी उम्र 25 साल, कान्हा पुत्र चक्रपान आदिवासी उम्र 2 साल, कल्ली पुत्री चक्रपान आदिवासी उम्र 10 साल, रामरती पत्नी सुमिरथ आदिवासी उम्र 25 साल, राजवीर पुत्र सुमिरथ आदिवासी उम्र 1 साल, विजय सिंह पुत्र कुंदन आदिवासी उम्र21 साल को उपचार के लिए विजयपुर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।