
शनिवार सुबह नगरनिगम अमले से इस कार्रवाई की शुरूआत की। अतिक्रमण अमले के प्रभारी कमर शाकिब के नेतृत्व में अमला शाहपुरा पहुंचा। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने पुलिस बल बुला लिया गया था। जब तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चली, तब तक एडिशनल कमिश्नर, नगर निगम एमबी सिंह और सिटी प्लानर सुनीता सिंह भी मौजूद थे।
अतिक्रमण अमले के पहुंचने की जानकारी लगते ही स्थानीय विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह वहां पहुंच गए। उन्होंने अधिकारियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन अधिकारी दवाब में आने को तैयार नहीं हुए। उन्होंने विधायक के सामने दस्तावेज रख दिए। जब बात बनती नहीं दिखी तो सुरेन्द्र नाथ सिंह चुपचाप सरक लिए। जाते जाते बस इतना निवेदन कर गए कि रेस्टोरेंट संचालक को सामान निकालने का अवसर दे दिया जाए।
क्यों हुई कार्रवाई
कलियासोत डेम के निर्माण के चलते विस्थापित हुए 183 लोगों को शाहपुरा में पहाड़ी के निकट पट्टे दिए गए थे। राजेंद्र सिंह कुशवाह ने इनमें से तीन लोगों से अवैध तरीके से पट्टे खरीद लिए। बाद में कुछ और लोगों को मिलाकर तीन साल पहले यहां फ्यूजन स्पाइस नाम से रेस्टोरेंट बना लिया। इसकी शिकायत 2014 से लगातार हो रही थी। 31 जुलाई 2016 को महापौर आलोक शर्मा जब शाहपुरा से गुजर रहे थे, तब लोगों ने इसकी शिकायत उनसे की थी। इस पर मेयर अतिक्रमण के सामने कुर्सी डालकर बैठ गए थे। उन्होंने दस्तावेज देखने के बाद यहां से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे।