सुल्तानपुर। दरोगा शिव प्रकाश सिंह उर्फ एसपी सिंह डायल 100 पर फोन कर मदद मांगने वाले परिवार पर ही कहर बनकर टूट पड़े। घर में घुस गए। महिलाओं पर हमला कर दिया। यहां तक कि एक गर्भवती युवती के पेट में लात मारकर गर्भस्थ शिशु की हत्या कर दी। एसपी सिंह की इस हैवानियत के खिलाफ लोगों ने बाजार बंद कर विरोध दर्ज कराया।
दो दिन पहले सुल्तानपुर नगर कोतवाली के पार्किंसनगंज इलाके के पटवा परिवार में दो भाइयों के बीच मामूली विवाद हुआ। मामला बिगड़े न लिहाजा परिवार की बच्ची ने पुलिस को 100 नंबर पर कॉल कर सूचना दी। बस यही गलती इस परिवार पर भारी पड़ गई, 100 नंबर पर कॉल के बाद पुलिस आई। मौके पर पहुंचे दारोगा शिव प्रकाश सिंह उर्फ एसपी सिंह ने पीड़ित परिवार की महिलाओं को गाली देना शुरू कर दिया। उन्हे बाहर खींचने लगे। इसी दौरान दारोगा का सर दीवार से टकरा गया और खून बहने लगा। खून देख कर तो जैसे दारोगा हैवान बन गया। बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए परिवार की एक गर्भवती बेटी को लात मार दी।
इतना ही नहीं पुलिस वाले परिवार के लोगों को घसीटते हुए कोतवाली ले आये। कोतवाली में पुलिस ने पकड़ कर लाये गये दो युवकों पर जमकर कहर बरपाया। मामले का खुलासा ना हो जाए इसलिए दो महिलाओं समेत चार को जेल भेज दिया। उधर पुलिस की लात गर्भवती बेटी सहन नहीं कर पाई और देर रात दर्द से कराहते हुए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन तब तक उसका पेट में पल रहे शिशु की मौत हो चुकी थी।
पीडि़ता का आरोप
पीडि़ता ने बताया कि दारोगा के दीवार में लडऩे से चोट लग जाने के बाद जब खून बहने लगा तो उसके पिता दारोगा का सिर पोंछने लगे और उसे धुलने के लिये पानी मांगा। पीडि़ता ऊपर से पानी लेकर नीचे आई तो आरोपी एसपी सिंह ने उसे लात मार दी। इसके बाद देर रात उसे दर्द हुआ, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन तब तक उसके शिशु की मौत हो चुकी थी।
बाजार बंद
पुलिस की इस बर्बरता की जानकारी पर व्यापारी आक्रोशित हो उठे। दुकानें बंद कर उन्होंने पुलिस की इस बर्बर हरकत पर नारेबाजी की और कलेक्ट्रेट पहुँच गए। घंटों नारेबाजी करते हुए व्यापारियों ने दौरे पर आये प्रमुख सचिव हेमंत राव को ज्ञापन दिया और आरोपी दारोगा के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। पुलिस अधीक्षक पवन कुमार ने बताया की मामले की जांच के बाद वैधानिक कार्यवाई की जाएगी।