राजेश शुक्ला/अनूपपुर। उप चुनाव को लेकर लगभग प्रतिदिन कोई न कोई मंत्री या मुख्यमंत्री क्षेत्र का दौरा कर मतदाताओं को लुभाने का कार्य कर तो रहे है किन्तु पार्षद से लेकर मुख्यमंत्री तक जनता का सवाल करने वाले पत्रकारों से अपनी दूरी बना रखी है। यह दूरी पूरे संसदीय क्षेत्र के पत्रकारों से है। पता नही इन राजनेताओं को क्या हो गया है जो पत्रकारों के सवालों से कतरा रहे है।
वाट्सएप तक सीमित लोकल विधायक
स्थानीय सत्तादल के विधायक का भी यही हाल है इन दिनों अनूपपुर विधायक सिर्फ वाट्सएप तक सीमित रह गई है। इन दिनों विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र की लगातार सरकारी योजनाओं में जैसे स्कूलों में साइकिल वितरण व अन्य सामानों के वितरण में अपने लोगों से फोटो खींचकर वाट्सएप और फेसबुक में डाल रहे है। कारण स्थानीय विधायक का पत्रकारों के साथ तालमेल न होने से इन्हे सोशल मीडिया से काम चलाना पड़ रहा है।
सरकारी मीडिया माध्यमों पर डिपेंड मंत्री
ऐसे ही दौरे में आये कई मंत्रियों ने भी पत्रकारों से दूरी बनाकर अपना काम आनन फानन कर सरकारी मीडिया माध्यमों द्वारा खबरें पहुचाने का काम किया है। जनप्रतिनिधियों का पत्रकारों से दूरी बनाकर चलना यह अच्छे संकेत नही है। ऐसा लग रहा है मानो प्रदेश की पूरी सरकार उप चुनाव से डरी हुई है कि पत्रकार कहीं कोई विकास कार्य का मुद्दा न उठा दें। नही तो जवाब देना मुश्किल होगा।