ग्वालियर। पुलिस थाने के ठीक पीछे पहाड़ काटकर अवैध उत्खनन कर रहे माइनिंग माफिया ने नायब तहसीलदार मधुलिका सिंह तोमर समेत उनके साथ मौजूद तमाम अमले को घेर लिया एवं हमला करने की कोशिश की। मधुलिका किसी तरह चतुराई से माफिया के हमले को बिफल करते हुए थाने पहुंची।
पिछले काफी समय से प्रशासनिक अधिकारियों को इस बात की सूचना मिल रही थी कि मोतीझील और सागर ताल रोड को मिलाने वाली लिंक रोड पर बनी सरकारी पहाड़ी को बड़े स्तर पर खोदा जा चुका है और अवैध खनन लगातार अभी भी जारी है। इस सूचना पर नायब तहसीलदार मधुलिका सिंह तोमर आरआई राकेश श्रीवास्तव और पटवारी रामलखन व इकबाल के साथ मौके पर रवाना हुईं। मदद के लिए उन्होंने बहोड़ापुर थाने से पुलिस बल मांगा। पुलिस बल के रूप में सिर्फ चार सिपाही उनके साथ रवाना किए गए।
जैसे ही नायब तहसीलदार मौके पर पहुंची तो उन्होंने एक पहाड़ी पर पोकलेन मशीन से मुरम को डंपरों में भरते हुए देखा तो दूसरी पहाड़ी पर ट्रैक्टरों द्वारा अवैध रूप से पत्थरों को ढोते देखा। उन्होंने तुरंत दो डंपरों को जब्त किया और इसके साथ ही इस काम में लगे ड्राइवर और क्लीनर को भी थाने चलने को कहा। वहीं दूसरी पहाड़ी से पत्थरों को ढोने में लगे ट्रैक्टरों की जब्ती करने की कोशिश की तो ढेरों पत्थरों से भरे ट्रैक्टरों ने तेजी से वाहनों को भगाना शुरू कर दिया, जिसे रोकने के लिए नायब तहसीलदार के पास पर्याप्त पुलिस बल नहीं था। उन्होंने कुल चार ट्रैक्टर पकड़ने की कोशिश की लेकिन तीन भागने में कामयाब हो गए।
जैसे-तैसे उन्होंने चार सिपाहियों के जरिए पत्थरों से भरे एक ट्रैक्टर को जब्त किया। इसके बाद नायब तहसीलदार पोकलेन मशीन, दो डंपर और पत्थरों से भरे एक ट्रैक्टर को लेकर थाने ले जाने लगी, तभी अवैध खनन करने वाले कुछ लोग आगे-पीछे से गाड़ियां लगाकर नायब तहसीलदार को मौके पर ही रोकने की कोशिश करने लगे। चलती गाड़ी में ही उन्होंने नायब तहसीलदार को कागजात दिखाने के बहाने गाड़ी रोकने को कहा लेकिन नायब तहसीलदार ने थाने पर आकर बात करने को कहा और दूसरी तरफ ड्राइवर से तेजी से वाहन को थाने की ओर ले जाने को बोलीं। पीछे आ रहे डंपरों, ट्रेक्टर और पोकलेन मशीन में पुलिस के एक-एक सिपाही बैठा दिए थे, जिसके कारण वे वाहन भी नायब तहसीलदार के वाहन के पीछे सीधे थाने पहुंच गए।
थाने पर जब नायब तहसीलदार अवैध माइनिंग का प्रकरण बनवाने लगी तो वहां सुघर सिंह कमरिया, राकेश यादव, नरेश यादव सहित कई लोग पहुंच गए और नायब तहसीलदार को वाहनों को छोड़ने को बोलने लगे। जब नायब तहसीलदार ने ऐसा करने से मना किया तो उन्होंने कहा, कि हमारे पास बड़े-बड़े कोर्ट हैं, कर लो कार्रवाई। कुछ नहीं होने वाला है इस सबसे। इस पर नायब तहसीलदार ने बदतमीजी ना करने और शासकीय कार्य में बाधा ना डालने की चेतावनी दी।