
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बीमा क्षेत्र में एफडीआई शुरू करके देशी विदेशी बहुराष्ट्रीय कम्पनियों और पूंजीपतियों को फलने फूलने का अवसर दे रही है तथा एलआईसी का निजीकरण करके लाखों अभिकर्ताओं, अधिकारीयों व कर्मचारियों का रोजगार छीनने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आज एलआईसी के शानदार गौरवपूर्ण 60 वर्ष पूरे हो रहे हैं यह सब अभिकर्ताओं, अधिकारीयों व कर्मचारियों की कड़ी मेहनत का परिणाम है लेकिन रीड की हड्डी अभिकर्ताओं पर आए दिन नई नई शर्तें थोप थी है और उनका शोषण कर रही है।
देश के ढांचा गत विकास में एलआईसी का महत्वपूर्ण योगदान केवल अभिकर्ताओं की कड़ी मेहनत, कर्मठता के कारण सम्भव हो पाया परन्तु आज तक अभिकर्ताओं की ना पेंशन ना ग्रेच्युटी ना सीपीएफ व ना ही अन्य नागरिक सुविधाएं लागू कि गई हैं। उन्होंने कहा कि 2 सितम्बर की सभी ट्रेड यूनियन्स के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल एतिहासिक होगी और अन्य यूनियन्स के साथ प्रदर्शन में शामिल होंगे।