भोपाल के कारण ओलंपिक हार गई INDIA की महिला हॉकी टीम

भोपाल। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के भोपाल सेंटर पर एक बड़ा दाग लगाया गया है। गोवा के डिप्टी सीएम ने दावा किया है कि भोपाल में प्रैक्टिस ना मिल पाने के कारण ओलंपिक में भारत की महिला हॉकी टीम हार गई। इस बारे में उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री के कार्यालय को एक चिट्ठी लिखी है। 

अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, फ्रांसिस डिसूजा ने यह पत्र 10 अगस्त को लिखा है। उप मुख्यमंत्री ने यह पत्र साई सेंटर भोपाल के पूर्व डायरेक्टर राकी डायस के बचाव में लिखा है, जिनका कथित तौर पर ब्लू टर्फ बिछाने में हुई गड़बड़ियों को उजागर करने के बाद ट्रांसफर कर दिया गया था। 

डिसूजा ने अपने पत्र में लिखा है कि, ब्लू टर्फ को बिछाने और उसे तैयार करने में हुई खामियों के चलते भारतीय महिला हॉकी टीम ने इस पर अभ्यास करने से मना कर दिया था। ब्लू टर्फ को खासतौर पर भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए तैयार किया जाना था।

प्रधानमंत्री कार्यालय में मुख्य सचिव नृपेंद्र मिश्रा को संबोधित कर लिखे गए इस पत्र में डिसूजा ने लिखा है कि, डायस ने भोपाल में अपने कार्यकाल के दौरान हॉकी स्टेडियम में सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। कैमरों से मिले फुटेज से टर्फ लगाने में हो रही गड़बड़ियों का खुलासा हुआ था। डायस ने कमियों को देखते हुए टर्फ लगाने वाली कंपनी को पेमेंट ऑर्डर रिलीज करने से इंकार कर दिया था। पत्र में आरोप लगाया गया है कि इसके बाद डायस का ट्रांसफर कर दिया गया।

खास बात है कि प्रोजेक्ट मैनेजमेंट ग्रुप की टेक्निकल कमेटी ने साई मुख्यालय को टर्फ को लेकर निगेटिव रिपोर्ट दी थी। कमेटी में जाने-माने हॉकी प्लेयर और अर्जुन अवॉर्डी जलालुद्दीन रिजवी भी शामिल थे। रिजवी ने अखबार को बताया कि, टर्फ में गंभीर खामियां थीं और ऐसे टर्फ पर भारतीय महिला हॉकी टीम का अभ्यास करना संभव नहीं था।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !