अतिथि शिक्षक: अभी तक पिछले सत्र का ही मानदेय नही मिला

टीकमगढ। प्रदेश की शिवराज सरकार में किस प्रकार अधिकारी कर्मचारी मनमानी करके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चित करने पर उतारू है। इसका उदाहारण टीकमगढ में खुलेआम देखा जा सकता है। जिले में शासकीय शालाएं शिक्षक विहीन है। जिनमें शिक्षण कार्य के लिये अतिथि शिक्षको की व्यवस्था की गई थी। ऐसे अतिथि शिक्षकों को कार्य दिवस के मान से मानदेय देती है प्रदेश सरकार। जो मानदेय दिया जाता है, मजदूरी से कम दिया है। अतिथि शिक्षक का सत्र गुजर गया नवीन सत्र प्रारंभ हो गया लेकिन मानदेय नही मिला संबंधित संकुल प्राचार्य हीला हबाली कर रहे है। 

जिले के अतिथि शिक्षको ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को आप बीती सुनाते हुये एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होने बताया है। जिले की शिक्षण संस्थाओ में शिक्षको का टोटा है। शिक्षक बिहीन शालाओ में शिक्षण कार्य हेतू अतिथि शिक्षको की नियुक्ति की गई थी। अतिथि शिक्षको को कार्य दिवस के मान से मानदेय मिलता है। दैनिक मजदूरी से भी कम मानदेय देती है। शिवराज सरकार  अल्प मानदेय पर शिक्षण कार्य करने बाले अतिथि शिक्षको का बीता सत्र गुजर गया और मानदेय नही मिला नवीन सत्र 2016-17 प्रारंभ हो गया बाबजूद इसके मानदेय नही मिला पत्र में अतिथि शिक्षको ने उल्लेख किया है। संबंधित संकुल प्राचार्य बजट न होने की बात कह रहे है। संकुल केन्द्र बम्होरीकला, चन्देरा, लिधौरा,केन्द्र में पदस्थ अतिथि शिक्षको के नाम पत्र में शामिल है। 

इस संबंध में जिला शिक्षाधिकारी बीएस दशलहरा का कहना है। कि बजट की कोई कमी नही है। अतिथि शिक्षको का अभी तक मानदेय क्यो नही मिला संबंधित संकुल प्राचार्य से जानकारी करता हूॅ। 

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