भोपाल। जो लोग गाय की रक्षा के नाम पर राजनीति किया करते थे, आजकल उन्होंने गाय को लावारिस छोड़ दिया है परंतु समाज में सहिष्णुता खत्म नहीं हुई है। मप्र के श्योपुर में मुस्लिम युवकों ने नदी की बाढ़ में डूबती गाय को ना केवल बचाया बल्कि अपनी श्रृद्धा भी प्रकट की।
शनिवार दोपहर श्योपुर से 12 किमी दूर स्थित अमराल नदी पर बने नैरोगेज रेल पुल पर खड़े लोगों को नदी के तेज़ भंवर में बह रही एक गाय दिखाई दी। वहां मौजूद 5 युवकों ने साहस कर नदी में छलांग लगा दी और कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाला लिया। खास बात यह है कि दांतरदा खुर्द निवासी सभी युवक मुसलमान हैं।
गाय को सुरक्षित बाहर निकालने वाले फिरोज खान, राजू खान, इदरीश मोहम्मद और जिशान गाय को बचा बेहद खुश है। इन मुस्लिम युवाओं के साथ मौजूद एक ग्रामीण ने कहा कि जीव किसी जाति धर्म का नहीं सभी का होता है, गाय हमारे लिए भी उतनी ही पूजनीय और उपयोगी है जितनी हिन्दुओं के लिए। गाय हमें भी दूध देती इसलिए गाय हमारी भी माता है।