
इसी विवाद में विभूति नारायण सिंह के परिवार वाले ग्राम प्रधान के घर उसे मारने पहुंचे थे। इस हमले में ग्राम प्रधान भूरे सिंह तो बच गए, लेकिन रामनरेश शर्मा और रामेश्वर राम नाम के दो लोगों की हत्या हो गई थी।
पुलिस इंस्पेक्टर ने बताया, "हमने अभिषेक सिंह उर्फ केरा सिंह के चाचा मनोज उर्फ पतरू को उस समय गिरफ्तार भी किया था, लेकिन अभिषेक सिंह उसी समय से फरार चल रहा था। उसे भगोड़ा मानते हुए प्रशासन ने 30 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है। पुलिस ने इस संबंध में बताया है कि उन्हें कुछ दिनों पहले खबर मिली थी कि अभिषेक सिंह मुंबई के वर्सोवा में रोहित सिंह के नाम से रह रहा है। इसके बाद यूपी एसटीएफ ने छापा मारकर उसे मुंबई में पकड़ा।
अभिषेक ने एसटीएफ को पूछताछ में बताया कि उसने दिल्ली से मास कम्युनिकेशन की डिग्री ली। उसके बाद एमबीए किया। उसी दौरान उसने शादी की और उसकी पत्नी इस समय बैंकॉक की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम कर रही है। अभिषेक ने गिरफ्तारी से बचने के लिए केरा सिंह, रोहित सिंह, बलिंजर सिंह सहित कई नाम रखे थे और वह बार-बार अपनी पहचान बदल रहा था।
गिरफ्तारी के बाद अभिषेक सिंह को गुरुवार को अंधेरी कोर्ट में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने उसे चार दिन की ट्रांजिट रिमांड पर यूपी एसटीएफ को सौंप दिया। गौरतलब है कि अभिषेक सिंह ने ग्रेट इंडियन फैमिली ड्रामा शो में एक्टिंग भी की है। इसके अलावा उसने कई और टीवी सीरियल के लिए भी स्क्रिप्ट लिखी है। वह 'द कपिल शर्मा शो' के-9 प्रोडक्शन हाउस में कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहा था।