
बात 1984 की है, जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देशभर में सिख विरोधी दंगे चल रहे थे। उन दिनों राजीव गांधी ने बयान दिया था 'जब बड़ा पेड़ गिरता है तो जमीन हिलती है।' उनके इस बयान को सिख दंगों को जायज ठहराने के रूप में देखा जाता है।
राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर पश्चिम बंगाल कांग्रेस ने यही शीर्षक ट्वीट कर डाला। बस फिर क्या था। पूरा रंग ही काला हो गया। अब कांग्रेस निशाने पर है। विरोधियों का कहना है कि पुराने घाव हरे करने के लिए ऐसा किया गया है। याद दिला दें, पंजाब में इन दिनों विधानसभा चुनाव की तैयारियां चल रहीं हैं।