मैं राजा नहीं जनता का सेवक हूँ: शिवराज सिंह

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं राजा नहीं जनता का सेवक हूँ। मैं जनता के दुःख-दर्द को बाँटने, उनकी समस्याओं से अवगत होने तथा उनका निराकरण करने के लिए गाँव-गाँव जा रहा हूँ। मैं प्रदेश के नागरिकों के सुख-दुःख में सहभागी बनूँगा और मध्यप्रदेश को विकास के नए आयाम दूँगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने तय किया है कि प्रदेश में जन्म लिए हर व्यक्ति का एक आशियाना हो, उसके पास एक जमीन का टुकड़ा हो। इस दिशा में प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में वर्षों से घर बनाकर रह रहे गरीब एवं कमजोर तबके के लोगों को अब स्थायी पट्टे मुहैया करवाने के लिये विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में वनाधिकार पट्टों का भी वितरण किया जा रहा है। जिसका लाभ वन क्षेत्र में रह रहे लाखों परिवारों को मिला है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अधोसंरचनात्मक विकास के साथ-साथ प्रदेश का व्यापार बढ़े, प्रदेश का औद्योगिक विकास हो, इस दिशा में सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों को और अधिक बेहतर रूप से क्रियान्वित करने में नागरिक अपने दायित्वों, कर्त्तव्यों का ईमानदारी एवं कर्त्तव्यनिष्ठा के साथ निर्वहन कर सहयोग करे। उन्होंने कहा कि जैतहरी नगर पंचायत के विकास में हर संभव मदद की जायेगी।

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