
सरपंच धापुबाई की मौत के बाद में यहां सरपंच पद खाली हो गया था। निर्वाचन विभाग के आदेश के बाद सोमवार को दोबारा सरपंच चुनने के लिए चुनाव होने थे लेकिन, विकास की मांगे पूरी ना होने से नाराज ग्रामीणों ने इस पद पर कोई नामांकन पत्र तक दाखिल नहीं किया। कोई भी उम्मीदवार नहीं होने की वजह से यहां मतदान नहीं हो सका।
मतदान नहीं होने और समस्याओं के बारे जानकारी मिलने के बावजूद कोई भी अधिकारी धंधोड़ा नहीं पहुंचा तो ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने पुलिया की मांग को लेकर नाले में उतरकर जल सत्याग्रह किया। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए विपक्षी दल कांग्रेस के नुमाइंदे जरूर धंधोड़ा पहुंच गए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों का दावा है कि ग्रामीणों की समस्याओं का तुरंत निराकरण कर दिया जाएगा।