
जैन समाज मांसाहार का विरोध करता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी मांसाहार का विरोध करते हैं। स्कूलों में अंडे को लेकर विवाद चल रहा है। जैन समाज की आपत्ति के बाद मुख्यमंत्री ने अपना ही आदेश वापस भी ले लिया है लेकिन कत्लखाने में मामले में दोनों ही पक्ष चुप हैं। ना तो जैन समाज की ओर से इस संदर्भ में कोई आपत्ति उठाई जा रही है और ना ही मुख्यमंत्री अपने शासनकाल में यह कलंकित कर देने वाला काम रोकने के मूड में हैं।
अब तक देश भर में जहां जहां मुनिश्री विद्यासागर जी महाराज का चातुर्मास हुआ। बड़ी संख्या में लोगों ने मांसाहार का त्याग किया है। मांसाहार त्यागने वाले जैन नहीं बल्कि दूसरे समाजों के लोग रहे हैं। यही जैन समाज की सबसे बड़ी सफलता भी मानी जाती है। कहा जाता है जिस शहर में विद्यासागरजी होते हैं, उस पूरे शहर का वातावरण शाकाहारी और शुद्ध हो जाता है परंतु यहां तो कुछ और ही हो रहा है। शिवराज सरकार एक तरफ मुनिश्री को श्रीफल भेंट करती है तो दूसरी ओर अत्याधुनिक विशाल कत्लखाने का एग्रीमेंट भी तैयार कर रही है।