शिवपुरी/मप्र। जिले के बैराड़ थाना क्षेत्र में डॉक्टर एके मौर्य की लापरवाही के कारण एक दलित युवक की मौत का मामला सामने आया है। उसे रात 2 बजे अस्पताल लाया गया था लेकिन डॉक्टर उस समय आराम कर रहे थे। उनकी पत्नी ने झूठ बोल दिया कि डॉक्टर घर पर नहीं हैं। डॉक्टर के इंतजार में दलित युवक तड़प तड़पकर मर गया। सुबह 6 बजे जब डॉक्टर को पता चला तो वो फरार हो गया। पुलिस ने अपराध कायम नहीं किया है।
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिला स्थित बैराड़ उपस्वास्थ केन्द्र पर बीती रात 2 बजे सीने में दर्द होने पर शिवसिंह आदिवासी पुत्र सोगना आदिवासी उम्र 35 वर्ष को परिजन उपस्वास्थ्य केन्द्र बैराड़ में लेकर आये। परिजनों का आरोप है कि आदिवासी युवक को लेकर आये तो चिकित्सालय में कोई भी मौजूद नहीं था। जब परिजन डॉक्टर ऐके मौर्य के घर पहुॅचे तो डॉक्टर की धर्मपत्नी आई और डॉक्टर की नींद में खलल न पड़े इसलिये बोल दिया कि डॉक्टर घर पर नहीं है बाहर गये है।
इस घटना के बाद परिजन युवक को लेकर पुन: हॉस्पिटल ले गये और डॉक्टर के आने का इंतजार करते रहे, जबकि कुछ परिजन डॉक्टर के घर के सामने ही रातभर बैठे रहे। सुबह 6 बजे डॉक्टर से निकले और सीधे अस्पताल पहुंचे। तब तक युवक की तडपकर मौत हो चुकी थी। मौत की खबर लगते ही डॉक्टर मौर्य फरार हो गए। युवक के परिजनों ने हॉस्पीटल में जमकर हंगामा किया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है लेकिन परिजन डॉक्टर के खिलाफ अपराध दर्ज कराने की मांग पर अड़े हुए है।