भोपाल। जिस एलईडी बल्ब को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 50 रुपए का बताया है वो मप्र में 85 का बेचा जा रहा है। यह दुकानों पर नहीं बल्कि सरकार की ओर से बेचा ज रहा है। आप जानकर चौंक जाएंगे कि जिस एलईडी बल्ब को मोदी सरकार न्यूनतम लागत मूल्य पर बेच रही है, उसी बल्ब पर शिवराज सरकार 20 प्रतिशत टैक्स वसूल रही है।
9 वॉट का यह बल्ब 17 रुपए टैक्स व अन्य खर्च मिलाकर मप्र में 85 रुपए में बिक रहा है। प्रदेश में अब तक 50 लाख एलईडी बल्ब बेचे गए हैं जिन पर जनता से टैक्स के रूप में तकरीबन साढ़े आठ करोड़ रुपए वसूले जा चुके हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और कर्नाटक में एलईडी बल्ब मध्यप्रदेश की तुलना में 10 रुपए सस्ता है। वहीं, उत्तरप्रदेश, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में बल्ब की कीमत प्रदेश के बराबर ही है।
यह बल्ब 85 रुपए का जनता को मिल रहा है
प्रदेश के नवकरणीय ऊर्जा विभाग के अफसर 9 वॉट के इस एलईडी बल्ब की कीमत 68 रुपए बता रहें है, जिस पर 17 रुपए टैक्स के हैं। इस तरह यह बल्ब 85 रुपए का जनता को मिल रहा है। टैक्स की राशि वैट, एंट्री, एक्साइज और ट्रांसपोर्ट खर्चे की है। केंद्र की उजाला योजना की शुरुआत केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने अप्रैल में की थी।
यह दिया तर्क
ऊर्जा विकास निगम के अफसरों का कहना है मध्यप्रदेश में जो एलईडी बल्ब जनता को उपलब्ध कराए जा रहे हैं, उनकी क्वालिटी अन्य राज्यों में बेचे जा रहे बल्बों से अच्छी है।
आखिर अंतर क्यों है?
बल्ब की कीमत 50 रुपए होने की बात अभी सामने आई है। हो सकता है प्रदेश में पुराने टेंडर में ज्यादा कीमत हो। पता लगाया जाएगा कि आखिर अंतर क्यों है।
मनु श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव, नवकरणीय ऊर्जा विभाग