
जानकारी के अनुसार सुपौल स्थित के निर्मली में स्थित 'हंसवाहिनी विद्यासागर स्कूल' के प्राचार्य ने यूकेजी के छात्र राजीव रंजन को गुरुवार सुबह से शाम तक करीब 16 घंटे दोनों पैरों में जंजीर लगाकर रखा। इस दौरान उसकी जमकर पिटाई भी की। छात्र का कसूर यह था कि वह अपनी किताबों से भरा बैग लेकर स्कूल से बाहर जाना चाहता था।
प्राचार्य ने पिटाई व जंजीरों से बांधने के बाद छात्र को एक कमरे में रख दिया, जहां वह रोता-बिलखता रहा। पर, बचाव में कोई सामने नहीं आया। इस दौरान वह बेहोश हो गया।
शाम में प्रार्थना की घंटी बजी तो बेहोश पड़े छात्र को होश में आया। जंजीरों में बंधा छात्र अंधेरा के समय मौका देखकर निकल भागा। बंधे पैर में धीरे-धीरे आधा किलोमीटर की दूरी तय कर वह अपनी बड़ी मां गायत्री प्रकाश (जिला परिषद् उपाध्यक्ष सुपौल) के निर्मली स्थित आवास पहुंचा।
देर रात राजीव को जंजीर में बंधे और लहू-लहान देख वहां मौजूद लोगों के होश उड़ गए। इसके बाद स्कूल के निदेशक राम प्रकाश साह को बुलाया गया। निदेशक ने घटना के लिए माफी मांगी मांगी, लेकिन पीड़ित छात्र के पिता ने घटना की एफआइआर निर्मली थाने में दर्ज करा दी है।