आदिम जाति विभाग में 100 से ज्यादा अध्यापकों के नियम विरुद्ध तबादले

शिवपुरी। आदिम जाति कल्याण विभाग में आते ही जिला संयोजक नेे सैकेडों कर्मचारियों को युक्तियुक्तकरण की आड में बिना प्रभारी मंत्री के अनुमोदन के 100 से अधिक शिक्षकों एवं अधीक्षकाओं का स्थानांतरण कर दिया। जिनमें अध्यापक संवर्ग भी शामिल है जिनके स्थानांतरण अभी शासन स्तर से पूर्णतः प्रतिबंधित है। 

कर्मचारी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र पिपलौदा ने आरोप लगाते हुये बताया कि अभी शासन ने सही ढंग से स्थानांतरण करने के आदेश जारी भी नही किये उधर आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी नियमों को ताक पर रख कर सैकेडों कर्मचारियों को मनचाही जगह के आदेष जारी कर दिये गये हैं। जब्कि इसके ठीक विपरीत अध्यापकों का स्थानांतरण करने पर शासन की रोक है पर आदिम जाति कल्याण विभाग के संयोजक द्वारा अध्यापकों का स्थानांतरण किया जाना जॉच का विषय है। 

आज अध्यापक संवर्ग अपने स्थानांतरण के लिए सरकार की ओर देख रहे हैं। परन्तु आदिम जाति कल्याण विभााग में बिना शासन के अनुमति एवं प्रभारी मंत्री के अनुमोदन के बिना कार्यस्थली में भारी फेर बदल किया गया है।  

यह थे आदेश
शासन ने पूर्व से चल रही अनुसूचित जाति के आश्रम शालाओं को बंद कर बहां पदस्थ स्टाफ का युक्तियुक्तकरण किया जाना था परन्तु इसकी आड़ में बिना काउंसलिंग कर नियमों को ताक पर रखकर प्रभारी मंत्री के अनुमोदन के बिना मनचाही पदस्थापना करने का खेल शुरू कर दिया गया। 

शासन के आदेश क्रमांक एफ 12/2006/507 भोपाल दिनांक 16.03.2016 एवं आयुक्त अनुसूचित जाति विकास विभाग म.प्र. के भोपाल के पत्र क्रमांक/-2/2016-17/931 भोपाल दिनांक 05.06.2016 पत्र क्रमांक षिक्षा/2016-17 2450 भोपाल दिनांक 25.06.2016 के माध्यम से अनुसूचित कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रवास आश्रमों के युक्त युक्तिीकरण किया जाना था परन्तु जिला अधिकारी श्री पाण्डेय द्वारा प्रायवेट लिमिटेड की तरह जिले के सभी छात्रवास एवं आश्रमों में अधीक्षकों को अपने आदष्े क्रमांक 2235 दिनांक 25.07.2016 के क्रम में इधर से उधर किया है शासन के आदेष है कि एस.सी. के आश्रम जो कक्षा 1 से 5 तक चलते है। उनको खत्म कर वहां नये छात्रवास खोले गये है। कक्षा 1 से 5 तक पढा रहे षिक्षकों का युक्त युक्तिीकरण किया जाना था परन्तु जिला अधिकारी महोदय ने एक तरफ से सभी को इधर से उधर किया है उदाहरण के लिये जिसमें श्रीमती अधाता मिन षिवपुरी से सुभाषपुरा ,श्रीमती अनुराग शर्मा सुभाषपुरा से खैरोना छात्रवास श्रीमती सुषीला शर्मा लुकवासा से खतौरा, श्रीमती ऋतु दुबे खतौरा से लुकवासा, राजेन्द्र महादुले धुवानी से ठर्रा, राजकुमार शाक्य अधीक्षक करैरा से बदरवास उत्कृष्ट छात्रवास में पदस्थ किया है राजकुमार जैन नरवर से अमोलपठा छात्रवास में पदस्थ किया है। श्रीमती रजनी आर्य खरई से उत्कृष्ट छात्रवास षिवपुरी जबकि यह अध्यापिका वर्ग-3 पर कार्यरत है। श्रीमती मंजू शर्मा पोहरी से षिवपुरी में स्थानंतरण किया है। प्रीति सूर्यअस्त पोहरी से षिवपुरी पदस्थ किया है। चंद्रप्रभा चौधरी कन्या आश्रम खरई से शिवपुरी पदस्थ किया है इन्हें तीन छात्रवासों का प्रभारी बनाया गया है वंदना शर्मा को पोहरी में अधीक्षक बनाया गया है। कर्मचारी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र पिपलोदा ने बताया है कि अगर यह व्यवस्था या स्थानांतरण माननीय प्रभारी मंत्री के अनमोदन के बाद की जाती तो हमें किसी बात की षिकायत नही थी। परन्तु उक्त अधिकारी द्वारा प्रायवेट लिमटेड की तरह कर्मचारियों के स्थानांतरण किये है। जिसकी जांच की जाकर दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की जाये। 

म.प्र.कर्मचारी कांग्रेस संघ ने प्रभारी मंत्री एवं जिलाधीश से मांग की है कि षिवपुरी जिले में जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा किये गये युक्त युक्तिीकरण के नाम पर षिक्षकों एवं छात्रवासों के अधीक्षकों के स्थानंातरण पर रोक लगाई जाये अगर स्थाानांतरण पर रोक नही लगी तो कर्मचारी कांग्रेस संघ आदिम जाति कल्याण विभाग कार्यालय पर धरना देगी जिसकी जबावदारी प्रषासन की होगी। एवं षिवपुरी में हुए अािदम जाति कल्याण विभाग में स्थानांतरण की जांच कराकर कडी कार्यवाही की मांग की है। मांग करने वालों में ओम प्रकाष शर्मा जॉली, चन्द्रषेखर शर्मा, हुकुम सिंह राजे, सी.एस.सारस्वत, अमानउल्ला खां, कैलाष शर्मा, अरविन्द सरैया, संजय भार्गव, कृष्णा चतुर्वेदी, मनोज भार्गव, मनोज उत्साही ,महेष शर्मा, धर्मेन्द्र रघुवंषी, मनमोहन जाटव आदि प्रमुख है।

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