
लगभग 30-40 हजार अध्यापक अपने घरों से सैकडों किलोमीटर दूर है, परन्तु वर्तमान शिक्षा मंत्री. कुंअर विजय शाह जी ने अध्यापको की स्थानानतरण नीति को ही रोक दिया। इससे अध्यापको में शासन प्रशासन के प्रति उसमें बहुत रोष है। बहुत अध्यापको को अपनी जायज मांगो को लेकर धरने अनशन के लिए स्थान तक प्रशासन के द्वारा नहीं दिया जा रहा।
प्रदेश का अध्यापक हनुमान जी की शरण में खेडापति हनुमान मंदिर में विगत 10 जून से धरने पर बैठा है, कि मुख्यमंत्री को सद्बुद्धि दे। इससे सभी अध्यापक संवर्ग में आक्रोश बढ रहा है। अब प्रदेश का अध्यापक संयुक्त मोर्चा के माध्यम से ब्रजेश शर्मा, मनोहर दुबे, राकेश नायक जी और संयुक्त अध्यापक संघो के साथ, इस चुनाव तक अपने शिक्षा विभाग में संविलियन एक सूत्री मांग के साथ सभी अधिकारों के लिए अंतिम लडाई लडेगा और जल्दी ही विधानसभा घेराव के साथ चरण बद्ध आंदोलन सम्पूर्ण जिलें और भोपाल में होगें। 2017-18 तक शिक्षाविभाग में सिविलियन मोर्चा का अंतिम संकल्प लडाई है।