
मंत्री रामपाल सिंह के नजदीकियों का कहना है कि वो विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों को लूप लाइन में डालने वाले हैं। वहीं ईमानदार अफसरों को फील्ड में भेजा जाएगा। इतना ही नहीं कहा जा रहा है कि घटिया निर्माण करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की तैयारियां चल रहीं हैं।
इस मामले में समझ यह नहीं आ रहा कि अब तक सिस्टम से कदमताल करके चलने वाले मंत्री रामपाल सिंह के तेवर अचानक तीखे क्यों दिख रहे हैं। यह सचमुच अपने विभाग को क्लीन करने की कार्रवाई है या कुछ और। राजनैतिक पंडितों की नजर अब इस मामले पर आकर टिक गईं हैं। देखते हैं मंत्रियों पर हावी हो चुकी अफसरशाही के बीच रामपाल सिंह अपने विभाग में अधिकारियों पर सचमुच लगाम लगा पाते हैं या नहीं।