
इसमें 50 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार, 35 प्रतिशत राज्य सरकार और 15 प्रतिशत राशि आईटी से जुड़े उद्योगों की रहेगी। संस्थान के लिए बरखेड़ा नाथू में पचास एकड़ जमीन आवंटित की गई है। बिल्डिंग बनाने की जिम्मेदारी सीपीडब्ल्यूडी को सौंपी गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि यह काम एक साल में पूरा हो जाएगा।
यह होगा फायदा
देश का भोपाल में खुलने वाला यह सत्रहवां संस्थान होगा। इससे प्रदेश में आईटी कंपनियों को स्किल्ड मैनपॉवर मिल सकेगा।इससे भोपाल में आईटी इंडस्ट्री विकसित होगी। भोपाल को एजुकेशन हब बनाने की दिशा में भी यह संस्थान अहम साबित होगा। खास तौर पर आईटी की पढ़ाई के लिए प्रदेश के बाहर की राह पकड़ने वाले युवा अब प्रदेश में भी बेहतर प्रशिक्षण हासिल कर सकेंगे।