भोपाल। मप्र में करीब 10 साल बाद 45000 सहायक शिक्षकों के एक साथ प्रमोशन होने जा रहे हैं। यह मप्र के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी प्रमोशन लिस्ट होगी। बता दें कि करीब 10 साल पहले शिक्षाकर्मी संवर्ग बन जाने के बाद से सहायक शिक्षक संवर्ग की तरफ शासन का ध्यान ही नहीं गया था। उन्हें क्रमोन्नति मिली, वेतन बढ़ा परंतु पदोन्नति नहीं दी गई। अब तय किया गया है कि सभी को एक साथ पदोन्नत कर दिया जाएगा।
इस संदर्भ में सीपीआई से प्रस्ताव तैयार करने शासन के पास भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि शीघ्र ही इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिल जाएगी, क्योंकि इससे मप्र शासन के राजकोष पर 1 रुपए का भी अतिरिक्त भार नहीं आएगा।
फायदा क्या होगा
इस पदोन्नति आदेश के बाद 2 प्रमुख फायदे होंगे। पहला: अधिक वेतन पाने वाले सहायक शिक्षकों को उनसे कम वेतन पाने वाले कर्मचारियों के अधीन काम करना पड़ रहा है, जो इस आदेश के बाद नहीं करना पड़ेगा। उनकी प्रशासनिक साख बढ़ जाएगी। दूसरा: प्रमोशन पाने वाले सभी अध्यापक एईओ की परीक्षाओं के लिए नियमानुसार पात्र माने जा सकेंगे। कुल मिलाकर सहायक शिक्षक वर्ग में जो उच्च शिक्षित कर्मचारी हैं, उनकी उन्नति और सम्मान के रास्ते खुल जाएंगे। इस प्रक्रिया को प्रारंभ कराने के लिए सहायक शिक्षक/व्याख्याता/प्राचार्य संघ प्रदेश अध्यक्ष मुकेश दुबे एवं संयोजक सुरेश दुबे ने काफी प्रयास किए।