सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। वारासिवनी क्षेत्र के विधायक डॉक्टर योगेन्द्र निर्मल द्वारा पूछे गये गये एक सवाल के कारण बालाघाट जिले की सेवा सहकारी समितियों में कार्यरत लगभग 900 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की सेवायें समाप्त कर दी गई है। विधायक योगेन्द्र निर्मल ने सहकारिता तथा पंजीयक सहकारी संस्था के आयुक्त से सवाल पूछा था की जिले में नियमित कर्मचारियों के अलावा दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की नियुक्ति क्यों और किस काम के लिये की गई है।
आयुक्त सहकारिता ने उक्त सवाल का जवाब देने की बजाय पत्र क्रमांक साख सीबी,4 विस., 2016, 1805,13 जून के माध्यम से दैनिक वेतन भागी कर्मचारियों की नियुक्ति अनियमित मानकर सभी कर्मचारियों की सेवायें समाप्त करने के आदेश जारी कर दिये है।
इसी आदेश के तारतम्य में महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक बालाघाट द्वारा जारी किये गये पत्र के अनुसार 19 जून से जिले की सहकारिता समितियों में कार्यरत 900 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की सेवायें समाप्त कर दी हैं। सभी समितियों को उक्त पत्र प्रेषित किया जा चुका है।
पीएस धनवाल महाप्रबंधक केन्द्रीय जिला सहकारी बैंक बालाघाट के अनुसार शासन से जिले की 126 सेवा सहकारी समितियों में कार्यरत 900 कर्मचारियों की सेवायें समाप्त करने के आदेश दिये गये है इस संबंध में सभी सेवा सहकारी समितियो को पत्र द्वारा अवगत करा दिया गया है।
इस आदेश के कारण जिले की सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से संचालित होने वाले सभी कार्य बुरी तरह प्रभावित हो गये है क्योंकि समितियों में नियुक्त दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के द्वारा किसाना क्रेडिट कार्ड,राशन वितरण, खाद वितरण, धान खरीदी सहित अन्य आवश्यक कार्य कराये जा रहे थे।