DR. RATAN KHANDELWAL: फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र कांड में फंस गए सिविल सर्जन

इंदौर। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. रतन खंडेलवाल फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र कांड में फंसते नजर आ रहे हैं। डाटा एंट्री आॅपरेटर के बयान के बाद खंडेलवाल जांच की जद में आ गए हैं। आरोप है कि उन्होंने 3-3 हजार रुपए में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाए। इतना ही नहीं उन्होंने 2007 के पहले के भी प्रमाण पत्र आॅनलाइन बनवा दिए, जबकि उस समय सारा काम मैनुअल था। 

कलेक्टर की जनसुनवाई में एक आवेदक ने जिला अस्पताल में गलत तरीके से जन्म प्रमाण-पत्र बनाने की शिकायत की थी। कलेक्टर के निर्देश पर सीएमएचओ ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई, जिसने हाल ही में रिपोर्ट सौंपी। इसके मुताबिक सिविल सर्जन डॉ. रतन खंडेलवाल के कार्यकाल में 80-90 ऑनलाइन प्रमाण-पत्र बने। इनमें से कई 2007 के पहले के हैं, जबकि इसके पहले प्रमाण-पत्र मैन्युअल ही बनाए जाते थे। 

डाटा एंट्री ऑपरेटर विपिन ने बयान दिया कि वह सिविल सर्जन के कहने पर प्रमाण-पत्र बनाता था। वे अस्पताल की पर्ची पर आवेदक का नाम लिखकर देते थे। इन्हें बनाने के लिए 3-3 हजार रुपए लेने की भी बात सामने आई है। उधर सिविल सर्जन ने आरोप से इंकार किया है। उनका कहना है मैंने पर्ची पर नाम लिखकर प्रमाण-पत्र नहीं बनवाए। गलत जानकारी दी गई है।

विस्तृत जांच की जरूरत
जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी गई है। जांच कमेटी ने डाटा एंट्री ऑपरेटर, सिविल सर्जन और शिकायतकर्ताओं के बयान लिए थे। जांच में कई बिंदु सामने आए हैं। विस्तृत जांच की जरूरत है। आगामी कार्रवाई का निर्णय कलेक्टर लेंगे।
-डॉ.एसएल पोरवाल,
सीएमएचओ, इंदौर

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !