
गुप्ता ने कहा है कि, “मैं इस चीज के खिलाफ नहीं हूं कि वरुण गाँधी सीएम न बने लेकिन किसी भी प्रक्रिया का एक तरीका होता है। डेकोरम को बनाए रखना चाहिए। मुख्यमंत्री बनने से पहले विधायक बनना जरुरी है। इसका फैसला संसदीय बोर्ड करेगी न की सड़कों पर लगने वाले पोस्टर और नारों से इसका फैसला होगा।” आपको याद दिला दें। श्री गुप्ता बीजेपी के वही सांसद हैं जिन्होंने दावा किया था कि बीड़ी पीने से केंसर नहीं होता।
क्या कहा था शत्रुघ्न सिन्हा ने?
अपने विवादित और पार्टी विरोधी बयान के लिए सुर्खियां बटोरने वाले सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने इलाहाबाद में बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान वरुण गांधी को सीएम कैंडिडेट घोषित करने की वकालत भी की थी। उन्होंने कहा था वरुण को सीएम उम्मीदवार घोषित किया जाना चाहिए। जिसके बाद से सांसद गुप्ता उन पर भड़क गए थे और कहा था ऐसी क्या क़ाबलियत है वरुण गांधी में जो उन्हें मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाया जाए। गौरतलब है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान इलाहाबाद में वरुण गांधी को सीएम कैंडिडेट बनाने की होरादिंग्स भी काफी लगी थीं।