निर्दोष युवती को गैंगरेप के बाद नक्सल बताकर मार डाला, छग पुलिस पर उठे सवाल

रायपुर। छग पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। जिस युवती को पुलिस ने नक्सली बताकर एनकाउंटर में मारने का ऐलान किया है, आरोप है कि वो निर्दोष एवं सामान्य ग्रामीण युवती थी। उसका नाम मडकम हिडमे है। नक्सलियों की तलाश में निकली पुलिस की एक टुकड़ी ने उसे उसके घर से किडनैप किया, उसके साथ गैंगरेप किया और नक्सली वर्दी पहनाकर उसे गोली मार दी। पुलिस इस मामले में अब तक कोई दमदार जवाब नहीं दे पाई है। उल्टा पुलिस ने उस इलाके को सीलबंद कर दिया है जहां एनकाउंटर किया गया। आम आदमी पार्टी से लेकर कांग्रेस और माकपा सभी इस घटना पर सवाल उठा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने बस्तर के विधायक लखेश्वर बघेल के संयोजन में 10 सदस्यीय जांच दल का गठन किया है। जांच दल के सदस्यों से कहा गया है कि वे तत्काल पीड़ित परिजन एवं ग्रामवासियों से भेंट कर, घटना पर जानकारी जुटाएं और एक रिपोर्ट तैयार कर भूपेश बघेल को सौंपे। 

हिडमे की मौत की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच हो: माकपा
वहीं, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने युवती को 'माओवादी' बताकर कथित मुठभेड़ में मारे जाने की घटना की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है। पार्टी ने इस घटना की निष्पक्ष जांच के लिए संबंधित सभी पुलिस अधिकारियों व आरोपी जवानों को तुरंत निलंबित करने और एफआईआर दर्ज करने की मांग भी की है। 

माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने कहा है कि, सुरक्षा बलों द्वारा युवती को घर से उठाकर ले जाया गया, बलात्कार किया गया तथा बाद में नक्सली वर्दी पहनाकर फर्जी मुठभेड़ में मार दिया गया है। पुलिस ने जो तस्वीर जारी की है, वह भी अनेक संदेहों को उत्पन्न करती है तथा घटना की छानबीन के लिए सामजिक-राजनैतिक कार्यकर्ताओं को गांव में न जाने देने से पुलिस पर लगे आरोपों की ही पुष्टि होती है। पराते ने कहा कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग और मानवाधिकार आयोग ने गांवों में पुलिस गश्त के लिए जो सुझाव दिए थे, उसका सरासर उल्लंघन किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि इन संवैधानिक संस्थाओं के सुझावों का भाजपा सरकार के पास कोई मूल्य ही नहीं है। 

'आप' के जांच दल को बस्तर पुलिस ने रोका 
इस मामले में सोनी सोरी के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की जांच टीम को बुधवार को कोंटा से 10 किलोमीटर पहले रोक दिया गया था। गुरुवार को फिर से 'आप' की यह टीम जब कोंटा पहुंची तो पुलिस ने सुरक्षा की बात कह कर आगे जाने की परमिशन मिलने तक रोक दिया और घंटों इंतज़ार के बाद जब आगे जाने की परमिशन मिली तो पुलिस ने फिर पूरी टीम को रोक दिया और कहां कि, 'वहां पहुंचने तक अंधेरा हो जाएगा और हम आपकी टीम की सुरक्षा नहीं कर पायेंगे।'

प्रदेश सचिव नागेश बंछोर ने कहा कि, सुकमा जाने से पुलिस ने हमें मना तो नहीं किया पर जाने से रोक जरूर रही है, इसलिए तो परमिशन का बहाना बना के पूरे दिन समय को पास किया और शाम होने के बाद अंधेरा होने की बात कह कर हमें रोक दी। मतलब साफ है सरकार नहीं चाहती कि जांच टीम सुकमा पहुंचे। 

रायपुर से दिल्ली तक सोशल नेटवर्किंग पर फूटा गुस्सा 
जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता और बस्तर में लम्बे समय तक सक्रिय रहे हिमांशु कुमार ने अपनी फेसबुक वॉल पर मुठभेड़ में मारी गई युवती की तस्वीर लगाकर इस मामले में सवाल उठाते हुए कहा कि छतीसगढ़ के गोमपाड़ गांव के इस अविवाहित लड़की को सुरक्षा बल घर से खींच कर ले गये थे, इसके साथ बलात्कार कर वर्दी पहना कर गोली मार दी गई है। शेखर के इस स्टेटस और लड़की की तस्वीर को व्हाट्स अप पर भी खूब शेयर की जा रही है। 

दरअसल, बीते रविवार को हुई घटना के बाद मृत युवती के आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने जवानों पर आरोप लगाते हुए जांच की मांग को लेकर शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था। ग्रामीणों का कहना है कि रविवार दोपहर गोमपाड़ में आदिवासी युवती मडकम हिडमे को जवानों ने घर से जबरन उठाया। इस दौरान युवती चीखी- चिल्लाई, लेकिन जवानों का उस पर कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने युवती को कुछ दूर ले जाकर अनाचार किया और शाम तक साथ में घुमाने के बाद अंधेरा होने पर भी ज्यादती की। इसके बाद मामले को छुपाने के लिए सोमवार सुबह उसे नक्सली होने का नाम देकर गोली मार दी गई। 

यह था मामला
गौरतलब है कि सुकमा जिले के कोंटा थाना के गोमपाड़ गांव में सोमवार सुबह जवानों ने मुठभेड़ में किस्टाराम एरिया की सदस्य एक वर्दीधारी महिला नक्सली को मार गिराने का दावा किया था। वह गोमपाड़ की युवती मडकम हिडमे बताई जा रही है। सोनी सोरी के भाई कोडोपी का आरोप है कि वह कोई नक्सली नहीं थी, बल्कि हमारे गांव की बेटी थी। घटना के बाद कोडोपी को गोमपाड़ के ग्रामीणों ने फोन पर जानकारी दी कि मडकम हिडमे को वहां से गुजर रही जवानों की एक टुकड़ी ने अकेला पाकर पकड़ लिया और जंगल में ले जाकर सामूहिक अनाचार किया। 

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!