
डिलेवरी में लापरवाही
मप्र मेडिकल कौंसिल के अफसरों ने बताया कि साल 2014 में भोपाल टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में इलाज कराने के लिए आई महिला जसवीर शाह की डिलेवरी के दौरान लापरवाही बरती गई थी। इस मामले की शिकायत उनके परिजनों ने मप्र मेडिकल कौंसिल में की थी। शिकायत मिलने के बाद डॉ. मोनिका सिंह व अन्य लोगों के खिलाफ हुई शिकायतों को पंजीबद्ध किया गया था। अब इसी मामले पर कल होने वाली बैठक में पड़ताल होनी है।
प्रदेश के अन्य डॉक्टर्स पर भी गिरेगी गाज
डॉ. मोनिका सिंह के अलावा प्रदेश के अन्य चिकित्सक भी हैं, जिनके रजिस्ट्रेशन निलंबित हो सकते हैं। कुछ को नोटिस जारी किया जाएगा। इनमें इंदौर, भोपाल, होशंगाबाद, ग्वालियर और रतलाम के चिकित्सक शामिल हैं। होशंगाबाद जिले के जनसेवा रूग्णालय के स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. कमलेश कुमरे, ग्वालियर की डॉ. रश्मि गुप्ता वात्सल्य, रतलाम के डॉ. हर्ष कुमार दुबे, ग्वालियर की डॉ. स्वाति अग्रवाल और रतलाम के डॉ. बीआर रत्नाकर के संबंध में सुनवाई की जाना है।
रफा- दफा कराने में जुटे डॉ. दंपति
मामला बहुत गंभीर है। यदि लाइसेंस निरस्त होता है तो इनके डॉक्टरी कॅरियर पर बड़ा धब्बा लगेगा। इसलिए पता चला है कि डॉ. दंपति रणधीर सिंह और मोनिका सिंह जांच टीम के सदस्यों से मामले को रफा-दफा करने की जोड़-तोड़ में लगे हैं। एक सदस्य से इनकी सेटिंग भी हो गई है।