
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष बने संघ विचारक एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व महासचिव राम बहादुर राय ने एक पत्रिका को दिए साक्षात्कार में संविधान निर्माण में अंबेडकर के योगदान को मिथ्य करार दिया है। उन्होंने कहा है कि संविधान निर्माण में अंबेडकर की भूमिका सीमित थी। बल्कि उन्होंने केवल अच्छे शब्दों का इस्तेमाल किया। राय का कहना है कि संविधान निर्माण के वक्त बीएन राव ने जो भी कुछ मटेरियल बाबा साहब को उपलब्ध करवाया उन्होंने उसकी भाषा सुधारी। अंबेडकर ने खुद संविधान नहीं लिखा है।
राय के इस बयान के बाद भाजपा में बेचैनी बढ़ गई है। सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी ‘सबका साथ सबका विकास’ के नारे और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समरसता भोज के जरिए यूपी चुनाव के मद्देनजर गरीब एवं पिछड़े तबके को साधने में जुटे हैं, ऐसे में संघ विचारक राय का बयान खतरनाक साबित हो सकता है। शायद यही वजह है कि भाजपा आलाकमान ने राय के बयान की निंदा करने में देर नहीं लगाई।