भोपाल। बड़वानी कलेक्टर अजय गंगवार के खिलाफ की गई कार्रवाई अब कई स्तरों पर सरकार और मप्र शासन को सवालों के कटघरे में खड़ा कर रही है। मप्र कांग्रेस कमेटी ने सवाल किया है कि यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध कमेंट करने वाले कलेक्टर को हटा दिया गया तो तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अपमान करने वालों को प्रमोशन क्यों दिया। प्रधानमंत्री तो वो भी थे।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री और निर्वाचन आयोग से कांग्रेस पार्टी ने विगत लोकसभा चुनाव और बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान शासकीय कर्मचारियों द्वारा भाजपा के पक्ष में कार्य करने की लिखित में शिकायत की थी, जिन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
श्री मिश्रा ने 13 अप्रैल 2014 को लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन प्रधान मंत्री और देश के प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहनसिंह के बारे में अनर्गल, बेबुनियाद, असत्य और प्रधानमंत्री की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली जैसी टिप्पणी करने वाले शासकीय कर्मचारी माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय संचार एवं पत्रकारिता विश्व विद्यालय के जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. संजय द्विवेदी के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
वहीं संयुक्त संचालक, जनसंपर्क संचालनालय, म.प्र. शासन जी.एस. वाधवा ने शिवराज सिंह की चुनावी सभाओं का खुलकर प्रचार किया था। यह सर्विस रूल्स का उल्लंघन था, जिसकी कांग्रेस पार्टी ने शिकायत भी की थी परंतु कोई कार्रवाई नहीं की गई।
एक लम्बी लिस्ट है, जिसके प्रमाण भी मौजूद हैं। सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का मजाक उड़ाया, उन्हे अपमानित करने वाली पोस्ट डालीं परंतु शिकायतों के बावजूद शासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।