
किसी समय पाकिस्तान से नकली नोट, अवैध हथियार और नशीला पदार्थ की खेप आने के लिए कुख्यात रहा कैराना अब अपराध और आतंक का पर्याय बनकर चर्चाओं में है। कैराना में वर्ष 2014 में व्यापारियों की हत्या के कारण लगातार आठ दिन तक बाजार बंद रहे थे। उस समय कैराना के व्यापारियों के समर्थन में शामली में भी ऐतिहासिक बंद रहा था।
16 अगस्त 2014 को किराना व्यापारी विनोद संगल की दुकान पर ही बैठे हुए दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गई थी। उसके ठीक आठ दिन बाद 24 अगस्त को कैराना में ही पानीपत रोड पर सरिया कारोबारी शिवकुमार और उसके ममेरे भाई राजेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों घटनाओं में पानीपत रोड से बदमाशों के भागने की सूचना पुलिस को मिली थी।
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