
सरकार का उद्देश्य है कि इस योजना से गरीबी को मिटाने की कोशिश की जाए, जिससे नाविकों का कुछ खर्चा नहीं होगा बल्कि देश में डीजल की बचत ही होगी। हालांकि जिसे इस योजना का असली श्रेय जाना चाहिए वह अभी भी चर्चा से दूर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस योजना के पीछे वाराणसी की ही महिला अंकिता खत्री की सोच काम कर रही थी।
इस महिला ने मोदी को दिया था ई-बोट का आइडिया इस योजना का असली श्रेय जाना चाहिए वह अभी भी चर्चा से दूर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस योजना के पीछे वाराणसी की ही महिला अंकिता खत्री की सोच काम कर रही थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खत्री ने 18 दिसंबर को सिर्फ 15 मिनट के लिए ही पीएम मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में खत्री ने वाराणसी को मॉडर्न, प्रदूषण मुक्त और मॉडल सिटी बनाने के लिए पीएम को 11 सुझाव दिए थे। गंगा में ई-बोट इस्तेमाल करने का विचार भी इसमें से एक था। खत्री आज खुद पर गौरवान्वित महसूस करती हैं। उन्हें खुशी है कि इसे छोटे समय में लॉन्च किया गया।